वॉशिंगटन: विश्व बैंक का अनुमान है कि इस साल भारत की आर्थिक विकास दर 7.3% रहेगी और 2019-20 में यह बढ़कर 7.5% पर पहुंच जाएगी. विश्व बैंक ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था नोटबंदी और वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के प्रभावों से निकल चुकी है.
विश्व बैंक ने साल में दो बार आने वाली दक्षिण एशिया आर्थिक केंद्र रिपोर्ट में कहा, ‘‘ऐसा अनुमान है कि विकास दर 2017 में 6.7% से बढ़कर 2018 में 7.3% पर पहुंच जाएगी.’’ विश्व बैंक ने भारत को निवेश और एक्सपोर्ट तेज़ करने को कहा है.
रिपोर्ट में नोटबंदी और जीएसटी से पड़े नकारात्मक प्रभाव को भी स्वीकारा गया है. इसमें कहा गया है कि इन कदमों से अर्थव्यवस्था को नुकसान हुआ और गरीबों-वंचितों को इसका सबसे ज़्यादा नुकसान हुआ.
विश्व बैंक ने माना कि जीएसटी लागू होने से भारत में अर्थव्यवस्था प्रभावित हुई और इसका नकारात्मक असर पड़ा. लेकिन अर्थव्यवस्था अब इससे उबर चुकी है और यह 2019 में विकास दर को 7.4 फीसदी तक पहुंचाने की उम्मीद है.
विश्व बैंक के मुताबिक भारत में हर साल 81 लाख रोजगार पैदा करने की आवश्यकता है. वहीं हर महीने 13 लाख लोग कामकाज करने की उम्र के हो जाते हैं. 2025 तक हर महीने 18 लाख से अधिक लोग कामकाज करने की उम्र में पहुंचने लगेंगे. वहीं राहत की खबर ये है कि आर्थिक वृद्धि से नई नौकरियां पैदा होने की संभावना है.