Pakistan GDP: पाकिस्तान की जीडीपी बढ़ोतरी में 0.4 फीसदी की भारी गिरावट का अनुमान लगाते हुए, वर्ल्ड बैंक ने चेतावनी दी है कि इस देश में एक बड़े व्यापक आर्थिक संकट का विस्फोट हो सकता है. वर्ल्ड बैंक ने ये भी कहा है कि आईएमएफ कार्यक्रम के पूरा न होने, प्रमुख द्विपक्षीय भागीदारों से फंडिंग हासिल करने में असफल रहने और राजनीतिक अस्थिरता के चलते पाकिस्तान भारी आर्थिक संकट में फंसा रह सकता है.
वर्ल्ड बैंक ने कहा, "देश का दृष्टिकोण प्रमुख नकारात्मक जोखिमों के अधीन है, जो कि यदि वे अमल में आते हैं, तो एक व्यापक आर्थिक संकट हो सकता है. आईएमएफ कार्यक्रम के पूरा न होने और प्रमुख द्विपक्षीय भागीदारों से अपेक्षित रोलओवर, पुनर्वित्त और नए वित्तपोषण को सुरक्षित करने में विफलता जोखिम बढ़ाती है."
ADB ने भी पाकिस्तान के लिए 0.6 फीसदी की विकास दर का अनुमान दिया
द न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक एशियाई विकास बैंक (एडीबी) ने एक अलग रिपोर्ट में कहा है कि पाकिस्तान में वित्त वर्ष 2023-24 में 0.6 फीसदी की काफी कम जीडीपी विकास दर रह सकती है. यहां 27.5 फीसदी तक की महंगाई दर और पाकिस्तान में चल रहे विदेशी मुद्रा संकट का अनुमान लगाया है.
पाकिस्तान में गरीबी दर के भी बेतहाशा बढ़ने का अनुमान
द न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, निम्न मध्य-आय गरीबी रेखा पर मापी गई गरीबी वित्त वर्ष 2022 में 36.2 फीसदी के मुकाबले वित्त वर्ष 2023 में 37.2 फीसदी तक बढ़ने का अनुमान है. ये वित्त वर्ष 2022 की तुलना में अतिरिक्त 3.9 मिलियन लोगों को गरीबी में धकेल रहा है. पाकिस्तान के मामले में भरोसे की कमी नहीं है क्योंकि प्रोजेक्ट्स लोन की अदायगी ऐतिहासिक रूप से ज्यादा रही है.
वर्ल्ड बैंक के अधिकारी का क्या है कहना
वर्ल्ड बैंक के पाकिस्तान के डायरेक्टर निदेशक नाजी बेहासीन ने एक सवाल के जवाब में कहा कि आईएमएफ कार्यक्रम के पुनरुद्धार के लिए बाहरी वित्तपोषण की जरूरतों को पूरा करना जरूरी था. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के पास इस कार्यक्रम की मांग करने के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा क्योंकि इससे विश्वास बहाल करने में मदद मिलेगी. क्षेत्रीय व्यापार की संभावनाओं के बारे में पूछे जाने पर, वर्ल्ड बैंक के अधिकारी ने कहा कि क्षेत्रीय एकीकरण के मामले में पाकिस्तान की निर्यात क्षमता 68 अरब डॉलर थी, जिसमें मध्यम अवधि में भारत के साथ व्यापार निर्यात को 10 अरब डॉलर तक बढ़ा सकता है, जबकि चीन के साथ यह 13 अरब डॉलर तक बढ़ सकता है.
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