World Largest Airport: इस विशालकाय एयरपोर्ट में समा जाएगी पूरी मुंबई, नहीं दिखता दूसरा कोना
यह एयरपोर्ट इतना विशाल है कि दुनिया का बड़े से बड़ा हवाई जहाज भी यहां आसानी से लैंड कर सकता है. इसके कंट्रोल टावर की गिनती भी दुनिया के सबसे ऊंचे टावरों में की जाती है.
मुंबई भारत की आर्थिक राजधानी है. यहां का छत्रपति शिवाजी महाराज इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Chhatrapati Shivaji Maharaj International Airport) देश के सबसे व्यस्ततम हवाई अड्डों में गिना जाता है. मुंबई का यह एयरपोर्ट दुनिया के कोने-कोने को भारत से जोड़ता है. मगर, आज हम आपको एक ऐसे विशालकाय एयरपोर्ट के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसके अंदर पूरा मुंबई शहर समा सकता है. इसके बाद भी एयरपोर्ट पर थोड़ी और जगह बच जाएगी. हम बात कर रहे हैं सऊदी अरब के दम्मम में स्थित किंग फहद इंटरनेशनल एयरपोर्ट (King Fahd International Airport) की. इसे दुनिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट भी माना जाता है.
केएफआई एयरपोर्ट 776 स्क्वायर किमी में है बना
केएफआई एयरपोर्ट को इंजीनियरिंग स्किल और इनोवेशन का नमूना माना जाता है. यह एयरपोर्ट लगभग 776 स्क्वायर किमी (301 स्क्वायर मील) इलाके में फैला है. इस एयरपोर्ट का इस्तेमाल हर साल लाखों लोग करते हैं. इसकी शुरुआत 1999 में हुई थी. इसके बाद से केएफआई एयरपोर्ट सऊदी अरब को दुनिया के हर कोने से जोड़ने में अहम भूमिका निभा रहा है. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, मुंबई का कुल एरिया 603.4 स्क्वायर किमी है. किंग फहद इंटरनेशनल एयरपोर्ट इससे भी बड़े इलाके में फैला है.
80 मीटर ऊंचा है यहां का कंट्रोल टावर
इस एयरपोर्ट को बनाने में नई टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया है. साथ ही इसके इंफ्रास्ट्रक्चर को भविष्य की बढ़ती जरूरतों के हिसाब से भी प्लान किया गया है. यहां टर्मिनल के अंदर ड्यूटी फ्री शॉप, रेस्तरां, लाउंज, प्रेयर रूम और ऑफिस की सुविधाएं भी मौजूद हैं. इसे बनाते समय यात्रियों की छोटी-छोटी जरूरतों का भी ध्यान रखा गया है. इसका कंट्रोल टावर भी शानदार है. इस 80 मीटर ऊंचे टावर की गिनती भी दुनिया के सबसे ऊंचे ट्रैफिक कंट्रोल टावर में की जाती है.
दुनिया के सबसे बड़े विमान भी उतर सकते हैं यहां
एयरपोर्ट पर दो रनवे हैं. इन दोनों की लंबाई 4000 मीटर (13,123 फीट) से ज्यादा है. यहां दुनिया के सबसे बड़े कॉमर्शियल एयरक्राफ्ट भी आसानी से उतर सकते हैं. किंग फहद इंटरनेशनल एयरपोर्ट इन रनवे की मदद से हर तरह के विमानों को आसानी से सेवा दे सकता है. यहां कार्गो फैसिलिटी भी है. इसके अलावा वेयरहाउस और लॉजिस्टिक सेंटर भी हैं. यह मिडिल ईस्ट को यूरोप और अमेरिका समेत दुनिया के सभी हिस्सों से आसानी से जोड़ रहा है.
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