WPI Inflation: दिसंबर महीने में महंगाई (Inflation) से आम लोगों को मामूली राहत मिलती दिख रही. दिसंबर महीने में महीने के लिये थोक मूल्य सूचकांक आधारित महंगाई दर ( WPI based Inflation) 13.56 फीसदी रही है, जबकि नवंबर 14.23 फीसदी रही थी. दिसंबर 2020 में थोक मूल्य आधारित महंगाई दर 1.95 फीसदी पर था. चिंता की बात ये है कि महंगाई दर अभी भी दहाई के आंकड़ा में है. इन आंकड़ों से एक बात तो साफ है कि एक साल महंगे ईंधन, महंगे खाने तेल के चलते महंगाई दर बढ़ी है.
महंगाई दर अभी भी डबल डिजिट पार
दिसंबर 2020 में भी साढ़े तरह फीसदी से ज्यादा थोक मूल्य महंगाई दर है क्योंकि इस दौरान खाने पीने की चीजें, टेक्सटाइल, पेपर और उससे जुड़े प्रोडक्ट्स, क्रूड पेट्रोलियम प्राकृतिक गैस, मिनरल ऑयल, बेसिक मेटल्स, केमिक्ल्स और केमिकल्स से जुड़े प्रोडक्ट्स के दामों में पिछले महीने के मुकाबले बढ़ोतरी देखने को मिली है.
खाने-पीने की महंगाई में जबरदस्त उछाल
खाने पीने की चीजों की महंगाई दर में 9.56 फीसदी की बढ़ोतरी आई है. जबकि इससे पहले महीने में 4.88 फीसदी महंगाई दर बढ़ा था. ये बढ़ोतरी साग-सब्जियों की कीमतों में बढ़ोतरी के चलते आई है. साग-सब्जियों की कीमतों में 31.56 फीसदी की बढ़ोतरी दिसंबर महीने में देखने को मिली है. जबकि नवंबर में केवल 3.91 फीसदी महंगाई बढञी थी. फलों की कीमतों में भी 15.09 फीसदी, अंडे, मटन, ्छली की कीमतों में 6.68 फीसदी की बढ़ोतरी और दालों की कीमतों में 5.10 फीसदी की बढ़ोतरी आई है.
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