WPI Inflation: देश में महंगाई (Inflation) आसमान पर जा पहुंची है और आज आए थोक महंगाई दर (WPI Inflation) के आंकड़े इस बात के गवाह हैं. मई के महीने में थोक महंगाई दर 15.88 फीसदी पर जा पहुंची है. अप्रैल महीने में थोक महंगाई दर 15.08 फीसदी रही थी. बता दें कि अप्रैल में ही थोक महंगाई दर 15 फीसदी के ऊपर जाकर 9 साल के उच्चतम स्तर पर आ गई थी. मई की थोक महंगाई दर साल 2012 के बाद से इसका उच्चतम स्तर है जो मौजूदा सीरीज के हिसाब से माना गया है. 


खाने-पीने की वस्तुओं के दाम बेतहाशा बढ़े
थोक महंगाई दर में ये इजाफा मुख्य रूप से खाने-पीने की वस्तुओं के दाम बढ़ने की वजह से आई है. मई में खाद्य महंगाई दर बढ़कर 10.89 फीसदी पर आ गई है जो इससे पिछले महीने यानी अप्रैल में 8.88 फीसदी पर आई थी. मुख्य रूप से टमाटर और नींबू जैसे सब्जियों के दाम बढ़ने के खबरें सुर्खियों में थीं और निश्चित तौर से इसका असर खाद्य महंगाई दर पर आया है.


फ्यूल एंड पावर की थोक महंगाई दर
थोक महंगाई दर के आंकड़ों में आई ये बढ़ोतरी ईंधन और बिजली की थोक महंगाई दर बढ़ने के कारण भी देखी गई है जो 40 फीसदी से पार चली गई है. फ्यूल एंड पावर की थोक महंगाई दर 40.62 फीसदी पर जा पहुंची है जो अप्रैल में 38.66 फीसदी पर रही थी. 


खाद्य तेलों की महंगाई दर घटी- आलू हुए महंगे
हालांकि खाद्य तेलों यानी एडिबल ऑयल की महंगाई दर महीने दर महीने डेटा में घटी है. खाद्य तेल महंगाई दर अप्रैल के 15.05 फीसदी से घटकर मई में 11.41 फीसदी पर आ गई है जो लोगों के लिए कुछ राहत की खबर है. वहीं आलू की महंगाई दर देखी जाए तो इसमें जोरदार इजाफा हुआ है. मई में आलू की महंगाई दर 24.83 फीसदी पर आई है जो अप्रैल के 19.84 फीसदी के मुकाबले ज्यादा है. 


इस साल के थोक महंगाई दर के आंकड़े
थोक मूल्य सूचकांक आधारित महंगाई दर के इस साल के आंकड़े देखें तो ये अप्रैल में 15.08 फीसदी पर थी, मार्च में 14.55 फीसदी पर थी, फरवरी में 13.11 फीसदी पर थी और जनवरी 2022 में 12.96 फीसदी पर रही थी. इस तरह लगातार थोक महंगाई दर में बढ़ोतरी ही दर्ज की जा रही है. 


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