Year Ender 2023: दलाल स्ट्रीट पर रही आईपीओ की भरमार, 47 मेनबोर्ड और 141 एसएमई आईपीओ देकर गए लाभ
Flashback 2023: इस साल आईपीओ ने निवेशकों को झोलियां भरी हैं. साथ ही आईपीओ लाने का उद्देश्य भी सकारात्मक रहा इससे 2024 में शेयर बाजार में सकारात्मक माहौल बने रहने की पूरी संभावना है.
Flashback 2023: साल 2023 को दलाल स्ट्रीट पर आईपीओ की भरमार के लिए याद किया जाएगा. कंपनियों के आईपीओ को निवेशकों का भरपूर समर्थन मिला और अरबों रुपये का खेल हुआ. निवेशकों को भी खूब फायदा मिला. इस साल बीएसई और एनएसई (BSE and NSE) पर 57 मेनबोर्ड आईपीओ आए और 182 एसएमई आईपीओ भी लांच हुए. कंपनियों द्वारा आईपीओ लाने के कारणों में भी सकारात्मक बदलाव देखने को मिले. सेबी के पास पड़े लगभग 65 आईपीओ प्रताव अगले साल भी बाजार को गुलजार रखेंगे.
57 मेनबोर्ड और 182 एसएमई आईपीओ आए
इस साल आए 57 मेनबोर्ड आईपीओ में से 53 की लिस्टिंग लाभ में हुई. चित्तोड़गढ़ डॉट कॉम के मुताबिक, इनमें से 3 की घाटे में और एक की सपाट लिस्टिंग हुई. लिस्टिंग वाले दिन का अंत होते-होते 47 आईपीओ लाभ देकर गए और 9 में नुकसान हुआ. वहीं, 182 एसएमई आईपीओ में से 133 की लिस्टिंग लाभ में हुई और 38 प्राइस बैंड से नीचे लिस्ट हुए. हालांकि, दिन का अंत होते-होते 141 एसएमई आईपीओ लाभ देकर गए और 30 ऊपर नहीं आ पाए.
सबसे ज्यादा 1.18 लाख करोड़ रुपये जुटाए गए थे 2021 में
साल 2023 में आईपीओ के जरिए प्राइमरी मार्केट से कंपनियों ने 49351 करोड़ रुपये इकट्ठे किए. मगर, यह रकम 2022 में आईपीओ के जरिए जुटाए गए पैसों से कम है. सबसे ज्यादा 1.18 लाख करोड़ रुपये 2021 में जुटाए गए थे. पिछले साल से कम रकम जुटाई गई. मगर, कुल आईपीओ की संख्या में इजाफा हुआ है.
1995 में 1341 कंपनियां एक्सचेंज पर हुई थीं लिस्ट
इस साल 57 कंपनियां एक्सचेंज पर लिस्ट हुईं. यह आंकड़ा पिछले साल के मुकाबले 40 फीसदी ज्यादा है. हालांकि, 1995 के आंकड़े के आसपास भी नहीं है. साल 1995 में 1341 कंपनियां एक्सचेंज पर लिस्ट हुई थीं.
ज्यादातर रकम फ्रेश कैपिटल के तौर पर इकठ्ठा की गई
इस साल कंपनियों ने अलग उद्देश्यों के साथ मार्केट में लिस्टिंग की. लगभग 42 फीसदी रकम यानि कि 20,648 करोड़ रुपये फ्रेश कैपिटल के तौर पर इकट्ठे किए गए. इस पैसे का इस्तेमाल कंपनियां अपने विकास के लिए करेंगी. पिछले साल 17,659 करोड़ रुपये इस मद में जुटाए थे. प्राइवेट इक्विटी प्लेयर्स ने इस साल आईपीओ के जरिए 7783 करोड़ रुपये इकट्ठे किए. कॉनकोर्ड बायोटेक, आरआर काबेल और होनासा कंज्यूमर इसमें अग्रणी रहे.
मोतीसंस ने सब्सक्रिप्शन और टाटा टेक ने लिस्टिंग गेन में मारी बाजी
इस साल मोतीसंस ज्वेलर्स को सबसे ज्यादा 160 गुना सब्सक्रिप्शन मिला. टाटा टेक्नोलॉजीस ने सबसे ज्यादा 140 फीसदी लिस्टिंग गेन दिया है. इरेडा के स्टॉक ने इस साल लिस्टेड हुई कंपनियों में सबसे ज्यादा रिटर्न दिया है. निवेशकों को अब तक इससे 230 फीसदी रिटर्न मिल चुका है. इस साल सबसे ज्यादा निराश करने वाली कंपनी आईआरएम एनर्जी रही. इसके स्टॉक 8 फीसदी नीचे चल रहे हैं.
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