Year Ender 2023: साल 2023 भारतीय कारोबार जगत के लिए एक अच्छा साल साबित हुआ है. ब्याज दरों में कमी न आने के बावजूद घरों की बिक्री में उछाल आया है. उम्मीद जताई जा रही है कि रियल एस्टेट सेक्टर भी साल का अंत उत्साहजनक बिक्री के साथ करेगा. इस साल देश के टॉप-7 मेट्रो शहरों में 3.49 लाख मकान बिक चुके हैं. साल 2022 में यही आंकड़ा 3.65 लाख युनिट रहा था. उम्मीद जताई जा रही है कि 2023 का अंत होने तक यह आंकड़ा लगभग 5 लाख युनिट तक पहुंच जाएगा, जो कि यह एक नया रिकॉर्ड होगा. घरों की खरीद पर करीब 5 लाख करोड़ रुपये खर्च किए जा सकते हैं.


9 महीनों में देश के 7 बड़े शहरों में 3.5 लाख मकान बिके


रियल एस्टेट कंसल्टेंट एनरॉक के आंकड़ों के मुताबिक, साल के शुरुआती 9 महीनों में देश के 7 बड़े शहरों में लगभग 3.5 लाख मकान बिक चुके हैं. इन मकानों की खरीद पर लगभग 4.5 लाख करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं. साल 2022 के मुकाबले 38 फीसदी ज्यादा पैसा मकानों की खरीद पर खर्च किया गया. साल 2022 में सिर्फ 3.65 लाख मकान ही बिक पाए थे. 


फेस्टिव सीजन के दौरान मकानों की जमकर खरीदारी हुई


फेस्टिव सीजन के दौरान मकानों की जमकर खरीदारी हुई. उम्मीद जताई जा रही है कि दिसंबर अंत तक कुल 5 लाख मकान बिक सकते हैं. इस दौरान 1.5 करोड़ रुपये से ऊपर की कीमतों वाले मकानों की भी जमकर बिक्री हुई है. प्रीमियम सेगमेंट के मकानों की मांग में ऐसी तेजी कभी नहीं देखी गई है. मुंबई महानगर क्षेत्र में सबसे ज्यादा मांग देखी गई. रिपोर्ट के मुताबिक, कोविड-19 महामारी के बाद लोग ज्यादा बड़े घर खरीदना चाह रहे हैं.


प्रीमियम और लग्जरी सेगमेंट की प्रॉपर्टी की सबसे ज्यादा मांग


निवेश के लिए भी अब प्रीमियम और लग्जरी सेगमेंट की प्रॉपर्टी की सबसे ज्यादा मांग है. उच्च आय वर्ग (HNI) और विदेशों में रह रहे भारतीय (NRI) ऐसे ही बड़े मकान चाहते हैं. दुनिया के विभिन्न देशों में चल रही राजनीतिक और आर्थिक अनिश्चितताओं के चलते एनआरआई वापस अपने देश में ही पैसा लगाना चाह रहे हैं. कुछ सालों पहले तक भारतीय अमीर विदेशों में संपत्तियां खरीदने में ज्यादा दिलचस्पी ले रहे थे.


लग्जरी घरों की बिक्री पिछले साल के मुकाबले 75 फीसदी बढ़ी


जनवरी से सितंबर के बीच लग्जरी घरों की बिक्री पिछले साल के मुकाबले 75 फीसदी बढ़ी है. डेवलपर्स ने भी कई नए प्रोजेक्ट लांच करते समय इस मांग को देखते हुए ही विला, कोंडो और इंडिपेंडेंट फ्लोर बाजार में उतारे हैं. आरबीआई ने भी ब्याज दरों को स्थिर रख रियल एस्टेट सेक्टर को ग्रो करने में काफी मदद दी है.


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