EMI Hike In 2022: साल 2022 खत्म होने को है. लेकिन ये साल महंगाई के नाम रहा है. कमरतोड़ महंगाई ने लोगों के किचन के बजट को बिगाड़ दिया तो साथ ही महंगी ईएमआई ने कोढ़ पर खाज का काम किया है. आरबीआई ने महंगाई पर नकेल कसने के नाम पर अपने पॉलिसी रेट्स रेपो रेट को 7 महीने में पांच बार बढ़ा दिया नतीजा लोगों की ईएमआई आसमान छूने लगी. आय नहीं बढ़ी पर खर्च बढ़ गया. 


4 मई 2022 से आरबीआई ने खुदरा महंगाई के बढ़ने के कारण रेपो रेट बढ़ाने का सिलसिला शुरू किया. पांच मॉनिटरी पॉलिसी बैठकों में आरबीआई ने अलग अलग चरणों में रेपो रेट को 4 फीसदी से बढ़ाकर 6.25 फीसदी कर दिया. यानि रेपो रेट में 2.25 फीसदी की बढ़ोतरी कर दी गई. नतीजा जिन लोगों ने पहले से होम लोन लिया हुआ था उनपर सबसे ज्यादा मार पड़ी. जिन बैंकों या होम फाइनैंस कंपनियों से घर खरीदारों ने होम लोन लिया हुआ था उन वित्तीय संस्थानों ने होम लोन पर ब्याज दरें बढ़ाना शुरू कर दिया. जिसके बाद लोगों की ईएमआई महंगी हो गई. 


कोरोना काल में ब्याज दरें बहुत नीचे आ चुकी थी. होम लोन पर ब्याज दरें घटकर 6.65 फीसदी पर आ चुकी थी. जिसका फायदा हाउसिंग सेक्टर को मिला. घरों की मांग बढ़ गई. बैंकों को जबरदस्त फायदा हुआ. लेकिन 2022 में होम लोन की ब्याज दरों ने यूटर्न ले लिया. अब ब्याज दरें आसमान पर जा पहुंची है तो अब आपको बताते हैं कैसे 2022 में महंगी ईएमआई की गाज लोगों पर गिरी है.  


20 लाख का होम लोन


मान लिजिए अगर किसी ने 20 साल के लिए 20 लाख रुपये का होम लोन 6.75 फीसदी के ब्याज दर पर लिया हुआ था. आरबीआई के रेपो रेट बढ़ाने से पहले तब 15,207 रुपये ईएमआई का भुगतान करना पड़ा था. लेकिन पांच बार रेपो रेट बढ़ने के बाद ब्याज दर 9 फीसदी पर जा पहुंचा है और ईएमआई बढ़कर 17,995 रुपये पर जा पहुंचा है. यानि हर महीने ईएमआई अब 2788 रुपये बढ़ चुकी है. और सलाना ये भार 33,456 रुपये पड़ेगा. 


40 लाख का होम लोन   


एक और उदाहरण लेते हैं. मान लिजिए अगर किसी ने 40 लाख रुपये का होम लोन 7.25 फीसदी के ब्याज पर 15 साल के लिए लिया हुआ था तो रेपो रेट के बढ़ने से पहले 36,515 रुपये ईएमआई का भुगतान करना पड़ रहा था. लेकिन अब ये ब्याज दर बढ़कर 9.50 फीसदी हो चुका है. ईएमआई बढ़कर 41,769 रुपये हो गया है. यानि 5254 रुपये ईएमआई बढ़ चुकी है. सलाना 63,048 रुपये ईएमआई ज्यादा देना पड़ेगा. 


क्या 2023 में महंगी ईएमआई से मिलेगी राहत!


साल 2022 में ईएमआई महंगी हो चुकी है. लेकिन सवाल उठता है क्या 2023 में महंगी ईएमआई से राहत मिलेगी जबकि खुदरा महंगाई दर में गिरावट का सिलसिला शुरू हो चुका है. नवंबर महीने में खुदरा महंगाई दर घटकर 5.88 फीसदी पर आ गया है. और माना जा रहा है कि 2023 में और कमी आ सकती है. जिसके बाद महंगी ईएमआई से लोगों को राहत मिल सकती है. 


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