(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Yes Bank: यस बैंक ने हिस्सा बेचने को आरबीआई की मंजूरी मिलने की खबर का किया खंडन, शेयर इतना चढ़ गया
Yes Bank Clarifies Stake Sale News: यस बैंक ने स्टॉक एक्सचेंज को दी गई जानकारी में लिखा है कि बैंक इस बारे में स्पष्ट करना चाहेगा कि उसके हिस्सा बेचने वाले लेख की सामग्री तथ्यात्मक रूप से गलत है.
Yes Bank Clarifies Stake Sale News: यस बैंक को लेकर कुछ खबरें आई थी कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने बैंक का 51 फीसदी हिस्सा बेचने के लिए सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है. आज ही यस बैंक ने इस खबर का खंडन कर दिया है और बताया है कि ये खबर तथ्यात्मक रूप से गलत है और मीडिया रिपोर्टंस निराधार हैं. इस खबर से यस बैंक के शेयर एकदम चर्चा में आ गए थे और यस बैंक के खंडन करते ही शेयर में एक फीसदी से ज्यादा का उछाल भी आ चुका है.
यस बैंक ने आज स्टॉक एक्सचेंज को दी गई जानकारी में बताया है कि ---
"बैंक इस बारे में स्पष्ट करना चाहेगा कि इस लेख की सामग्री तथ्यात्मक रूप से गलत है और पूरी तरह से अटकलबाजी के प्रकार की है. आरबीआई ने अभी तक कोई सैद्धांतिक मंजूरी नहीं दी है जैसा कि इस आर्टिकल में कहा गया है. यह स्पष्टीकरण कंपनी ने स्वेच्छा से जारी किया गया है जिसके जरिए निराधार मीडिया लेख की वजह से फैली भांति दूर की जा सके.
हम जरूरत के मुताबिक किसी भी महत्वपूर्ण घटना के बारे में स्टॉक एक्सचेंजों को सूचित करते रहे हैं और आगे भी रखेंगे जो कि लिस्टिंग रेगुलेशन के विनियम 30 के तहत है. यह आपकी जानकारी और जरूरी प्रसार के लिए है.
यस बैंक ने इस रेगुलेटरी फाइलिंग में 09 जुलाई, 2024 को मीडिया में छपी एक खास खबर का संदर्भ दिया गया है जिसका टाइटल -"यस बैंक की 51% बिक्री योजना को आरबीआई की मंजूरी मिली" है.
यस बैंक के शेयर में दिखी तेजी
यस बैंक का शेयर आज इस स्पष्टीकरण के बाद तेजी के साथ कारोबार दिखाने लगा और शेयर ने 26.44 रुपये का इंट्राडे हाई बनाया. दोपहर 2 बजकर 15 मिनट पर यस बैंक का स्टॉक 1.21 फीसदी की तेजी के साथ 25.99 रुपये प्रति शेयर पर ट्रेड कर रहा था. यस बैंक का 52 हफ्तों का उच्च स्तर 32.85 रुपये प्रति शेयर का है.
यस बैंक में बड़े बैंकों की हिस्सेदारी
यस बैंक में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई), एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, एक्सिस बैंक और एलआईसी की लगभग एक तिहाई हिस्सेदारी है.
काफी चर्चा में रहा यस बैंक
यस बैंक एक प्राइवेट सेक्टर बैंक है जिसकी स्थापना साल 2004 में राणा कपूर और अशोक कपूर ने की थी. यस बैंक के सीईओ राणा कपूर इसी वर्ष 19 अप्रैल को 4 साल बाद जेल से बाहर आए हैं. ईडी ने लोन संबंधी गड़बड़ी को लेकर मार्च 2020 में राणा कपूर को गिरफ्तार किया था. राणा कपूर के खिलाफ कई मामलों में ईडी और सीबीआई की जांच चल रही है. इसके अलावा सीबीआई ने मनी लॉन्ड्रिंग समेत विभिन्न आरोपों में कुल 7 अलग-अलग एफआईआर राणा कपूर के खिलाफ दर्ज की हुई हैं.
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