नई दिल्ली: यस बैंक पर आए संकट की गाज आम खाता धारकों के साथ साथ डिजिटल वॉलेट फोन पे समेत फ्लिपकार्ट और स्वीगी जैसे एप पर भी पड़ी है. इनमें सबसे बड़ा झटका फोन पे को लगा है. शुक्रवार दिनभर फोन की सेवाएं बंद रहीं. दरअसल फोन पे भुगतान सेवा प्रदाता (PSP) के तौर पर यस बैंक सेवाएं ले रहा था. अचानक फोन की सेवाएं बंद होने से यूजर्स को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा.


फोन पे कैसे फंसा ?
फोन पे अपनी बैंकिंग सेवाओं के लिए यस बैंक का प्रयोग करता था. इस वजह से यस बैंक पर लग बंदिशों की वजह से फोन पे एप के ग्राहक भी सेवाओं का इस्तेमाल नहीं कर पाए. इस बारे में फोन पे के सीईओ ने ट्वीट कर लोगों को बताया कि यस बैंक के कारण ही फोन पे एप में दिक्कतों का सामना कर पड़ा रहा है. हालांकि शुक्रवार देर रात किए गए एक ट्वीट में फोन पे दावा किया है कि अब सभी यूजर्स फोन पे सभी फीचर्स का प्रयोग आसानी से कर सकते हैं. इनमें यूपीआई, कार्ड्स और फोनपे वॉलेट शामिल हैं.






पेटीएम ने किया मदद के लिए ट्वीट, लोग ने किया ट्रोल
इस पूरी स्थिति के दौरान पेटीएम ने भी एक ट्वीट कर सबको चौंका दिया पेटीएम ने ट्वीट कर फोन पे की मदद की पेशकश की. पेटीएम ने फोन पे को टैग करके लिखा कि आपका पेटीएम पेमेंट बैंक के यूपीआई प्लेटफॉर्म पर स्वागत है और यह आपके बिजनेस संभालने के लिए काफी है.


उसके बाद फोन पे ने ट्वीट कर जवाब दिया कि – फॉर्म तो टेंपररी है लेकिन क्लास परमानेंट है. फोन पे और पेटीएम की इस ट्विटर बातचीत लोगों ने कहा कि पेटीएम ने फोन पे के मजे लेने की कोशिश की. आपको बता दें कि पेटीएम बैंक ने भी यस बैंक के खातों से लेने देन को रोक दिया है.





और किन एप को हुई दिक्कत
फोन पे अलावा स्वीगी, फ्लिपकार्ट और पेमेंट गेटवे कंपनी रेजर पे को भी यस बैंक संकट के चलते परेशानी का सामना पड़ा. स्वीगी ने अपने पेमेंट ऑप्शन से यूपीआई के जरिए पेमेंट का ऑप्शन हटा दिया. इसी तरह फ्लिप कार्ट ने भी इसी तरह का कदम उठाया. पेमेंट गेटवे कंपनी रेजर यस बैंक का अपने बैकएंड में इस्तेमाल करती थी?


क्या यस बैंक का पूरा मामला?
गुरुवार को डूबते YES बैंक को बचाने के लिए सरकार ने बड़ा फैसला किया है. फिल्हाल 3 अप्रैल तक रकम निकासी कि सीमा 50,000/- तक तय कर दी गई है. यहां बता दे कि निवेशक हर रोज़ 50000 तक नही बल्कि 3 अप्रैल तक कुल इतनी राशि निकाल सकेंग.


हलांकि विशेष परिस्थितियों में निकासी की सीमा ₹5 लाख तक कि तय कि गई है. पढ़ाई, इलाज और शादी के लिए ज्यादा रकम निकाले जा सकेंगे. 3 अप्रैल तक रकम निकासी की लिमिट जारी रहेगी. इधर यस बैंक की वित्तीय हालत सुधारने के लिए RBI ने अगले एक महीने के लिए बैंक के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स का टेकओवर कर लिया है. बैंक का पुनर्गठन 3 अप्रैल से पहले कर दिया जाएगा.