EMI To Be Costly: आरबीआई ने तो वैसे ही रेपो रेट महंगा कर दिया है जिसके बाद होम लोन, कार लोन समेत कई तरह के लोन अब महंगे हो जायेंगे. दूसरी तरफ निजी क्षेत्र की यस बैंक ने कर्ज महंगा कर दिया है. यस बैंक ने मार्जिनल कॉस्ट ऑफ़ लेंडिंग रेट यानी एमसीएलआर (Marginal Cost OF Lending Rate) में 10 से 15 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी कर दी है. यह बढ़ोतरी 2 मई 2022 से लागू हो गई है.


कितना बढ़ा एमसीएलआर
यस बैंक की वेबसाइट के मुताबिक2 मई से बैंक ने ओवरनाइट एसीएलआर को 6.85 फीसदी, एक महीने का एसीएलआर 7.30 और तीन महीने का 7.45 फीसदी, छह महीने का 8.25 फीसदी और एक साल के एसीएलआर को 8.60 फीसदी कर दिया गया है.  


क्या होता है MCLR
आरबीआई के नए गाइडलाइंस के मुताबिक अब कमर्शियल बैंक बेस रेट के बदले मार्जिनल कॉस्ट ऑफ़ फंड बेस्ड लेंडिंग रेट यानी एमसीएलआर के तर्ज पर कर देते हैं. एमसीएलआर को निर्धारित करने के लिए मार्जिनल कॉस्ट ऑफ़ फंड बहुत मायने रखता है. रेपो रेट में कोई भी बदलाव होने पर मार्जिनल कॉस्ट ऑफ़ फंड में तब्दीली आती है. जब होमलोन ग्राहकों के होमलोन ब्याजदरों की समीक्षा का समय आएगा तो एमसीएलआर में बढ़ोतरी के चलते उऩकी ईएमआई महंगी हो जाएगी. 


कई बैंक बढ़ा तुके हैं MCLR
इससे पहले एसबीआई 10 बेसिस प्वाइंट और बैंक ऑफ बड़ौदा ने भी एमसीएलआर में 5 बेसिस प्लाइंट की बढ़ोतरी करने का ऐलान किया था. कोटक महिंद्रा बैंक ने भी एमसीएलआर बढ़ाया है. तो हाउसिंग फाइनैंस कंपनी एचडीएफसी ने होम लोन ग्राहकों को झटका देते हुए 5 बेसिस प्वाइंट ब्याज दर बढ़ा चुकी है जिसके बाद पुराने होम लोन ग्राहकों को ज्यादा ईएमआई चुकाना होगा. 


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