Yes Bank MCLR Increased: प्राइवेट सेक्टर (Private Sector) बैंक यस बैंक ने अपने ग्राहकों को तगड़ा झटका दिया है. बैंक ने अपने मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लैंडिंग रेट (Marginal Cost of Lending Rate) में बढ़ोतरी करने का फैसला किया है. बैंक ने इस नए MCLR को 1 जुलाई 2022 से ही लागू कर दिया है. हाल ही में देश के केंद्रीय बैंक (Reserve Bank of India) ने अपने रेपो रेट (Repo Rate) में बढ़ोतरी का फैसला किया है. बैंक ने रेपो रेट को 4.90 प्रतिशत कर दिया है. इस कम दो बढ़ती महंगाई पर लगाम लगाने के रूप में देखा जा रहा है.


इस फैसले के बाद से ही ज्यादातर बैंकों ने अपने लोन के रेट में बढ़ोतरी का फैसला लिया है. इसमें होम लोन (Home Loan), पर्सनल लोन (Personal Loan), बिजनेस लोन (Business Loan), कार लोन (Car Loan) आदि जैसे कई तरह के लोन शामिल है. ऐसे में इसका सीधा असर ग्राहकों पर पड़ रहा है.


यस बैंक का MCLR रेट है इतना
बैंक द्वारा MCLR रेट में बढ़ोतरी के बाद से ग्राहकों पर अधिक EMI का बोझ बढ़ेगा. इसमें ओवरनाइट लोन का MCLR रेट हैं 7.60%. वहीं बैंक का एक महीने का MCLR रेट है 8.25%, 6 महीने का 8.70% और एक साल का 8.95% है. बैंक अब ग्राहकों को बेस ब्याज दर 8.75% ऑफर कर रहा है. वहीं बैंक का BPLR रेट है 19.75% है.


क्या होता है MCLR?
MCLR रेट वह बेंचमार्क ब्याज दर हैं जो बैंक किसी भी ग्राहको को लोन देते वक्त कम से कम लेता है. इसके बाद मार्केट का फ्लोटिंग रेट ऐड किया जाता है. MCLR किसी भी लोन जैसे होम लोन, कार लोन आदि की सबसे न्यूनतम सीमा होती है. MCLR के बढ़ने के बाद से लोगों की लोन की ब्याज दरों में फर्क दिखता ही है और आप पर लोन का बोझ बढ़ता है.


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