Yes Bank: प्राइवेट सेक्टर के यस बैंक ने बड़ा फैसला लिया है. बैंक ने मंगलवार को एफडी पर रेपो आधारित ब्याज देने का ऐलान किया है. बैंक ने इसके लिए नया उत्पाद पेश किया है. बता दें अभी तक एक्सटर्नल बेंचमार्क लिंक्ड ब्याज दर का इस्तेमाल कर्ज के लिए ही किया जाता रहा था, लेकिन जमा के मामले में इस तरह की व्यवस्था नहीं थी.
आरबीआई ने बढ़ाई ब्याज दरें
भारतीय रिजर्व बैंक ने मुद्रास्फीति को काबू में लाने के लिये दो चरणों में नीतिगत दर रेपो में 0.90 फीसदी की बढ़ोतरी की है. इसके साथ ही आने वाले समय में इसमें और वृद्धि की संभावना है. रिजर्व बैंक के नीतिगत दर में बढ़ोतरी के बाद बैंकों ने कर्ज पर लगने वाले ब्याज को तो बढ़ाया लेकिन जमा के मामले में कदम काफी धीमे थे. इसको लेकर सवाल भी उठाए गए.
कितनी अवधि के लिए
यस बैंक ने एक बयान में कहा कि उसकी नई पेशकश ग्राहकों को उनकी सावधि जमा (एफडी) पर गतिशील लाभ प्राप्ति की अनुमति देगी क्योंकि ब्याज दर मौजूदा रेपो दर से जुड़ी होगी. ‘फ्लोटिंग’ दर वाले सावधि जमा का लाभ, एक साल से लेकर तीन साल से कम अवधि के लिए प्राप्त किया जा सकता है.
जानें क्या बोले सीईओ?
यस बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी प्रशांत कुमार ने कहा कि यह एक ऐसा उत्पाद है जिसे खुदरा उत्पाद की पेशकश बढ़ाने के उद्देश्य से सोच-विचार कर तैयार किया गया है. कुमार ने कहा, ‘‘इस उत्पाद के मुख्य लाभों में से एक यह है कि ब्याज दर में संशोधन अपने आप लागू हो जाएगा और इसके लिए बैंक या ग्राहकों द्वारा किसी भी तरह के मानवीय हस्तक्षेप की आवश्यकता नहीं होगी.’’
हाल ही में एफडी की दरों में हुआ है इजाफा
आपको बता दें हाल ही में यस बैंक (Yes Bank) ने भी अपनी एफडी की ब्याज दरों में बढ़ोतरी की है. नई ब्याज दरों को 18 जून 2022 से लागू हो गई हैं. बैंक अपने ग्राहकों को 7 दिन से 10 साल तक की एफडी की ब्याज दरों पर 3.25 प्रतिशत की ब्याज दर से लेकर 6.50 प्रतिशत की ब्याज दर सबको ऑफर कर रहा है. वहीं वरिष्ठ नागरिकों को करीब 3.75 प्रतिशत की ब्याज दर से लेकर 7.25 प्रतिशत तक ब्याज दर ऑफर किया जा रहा है.
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