Diwali 2021: हर कोई अमीर और करोड़पति बनना चाहता है लेकिन उसके लिए निवेश करने के तमाम बहाने भी बनाता रहता है. यही बहाने उसकी चाहत से उसे दूर ले जाते रहते हैं. निवेश के लिए लोग सबसे बड़ा बहाना बनाते हैं कि पैसे ही नहीं है. आज हम आपको एक ऐसी स्कीम के बारे में बताने जा रहे हैं जिसमें 50 रुपए रोजाना के औसत से शुरुआत हो जाएगी और रिटायरमेंट तक वो व्यक्ति करोड़पति हो सकता है.
करोड़पति बनने का ये सपना म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) में SIP के जरिए निवेश से पूरा हो सकता है. इसके लिए अगर आप हर दिन सिर्फ 50 रुपये की बचत (saving) करते हैं तो रिटायरमेंट के समय तक आराम से आप करोड़पति बन सकते हैं.
म्यूचुअल फंड SIP यानि व्यवस्थित निवेश योजना के तहत आप छोटे मासिक निवेश के साथ बड़ी राशि जमा कर सकते हैं. ये स्कीम लंबी अवधि के लिए बेहद फायदेमंद है. करोड़पति बनने के लिए आपको अपने करियर के शुरुआती दौर से निवेश करना शुरू कर देना चाहिए. अगर आप 25 साल की उम्र से निवेश करना शुरू करते हैं तो फायदा सबसे ज्यादा होगा.
छोटी उम्र में निवेश से बड़ा फायदा
यदि व्यक्ति 25 साल की उम्र से हर दिन 50 रुपये बचाना शुरू करता है और उस रकम का निवेश म्यूचुअल फंड में SIP के जरिए करता है तो 60 साल की उम्र तक वो आसानी से करोड़पति बन सकता है. मतलब साफ है 35 साल तक आपको सिर्फ 50 रुपये रोज बचाने हैं.
जब आप 50 रुपये रोज बचाते हैं तो एक महीने में ये रकम 15,00 रुपये हो जाएगी. म्यूचुअल फंड औसतन 12-15 फीसदी तक का रिटर्न मिल ही जाता है। 35 साल की लंबी अवधि में कुल 6.3 लाख रुपये का निवेश होता है. इस कुल रकम में 12.5 फीसदी की दर से भी रिटर्न जोड़ा जाए तो इसकी वैल्यू 1.1 करोड़ रुपये हो जाएगी.
देर की तो लाखो का नुकसान पक्का
कहीं आपने देर से निवेश करने के बारे में सोचा और 30 साल की उम्र में निवेश करना शुरू करते हैं तो यह निवेश की अवधि 5 साल कम हो जाएगी. ऐसे में आप सिर्फ 30 साल ही निवेश कर पाएंगे. इसमें 15,00 रुपये महीने के हिसाब से 30 साल की अवधि में कुल निवेश 5.4 लाख रुपये ही होगा. उसी रिटर्न के आधार पर निवेश की गई रकम का इसकी कुल वैल्यू 59.2 लाख रुपये हो जाएगी. कुल मिलाकर सिर्फ 5 साल निवेश की अवधि घटने से करीब 40 लाख रुपये का नुकसान होता है.
डिस्क्लेमर
यहां ABP News द्वारा किसी भी फंड में निवेश की सलाह नहीं दी जा रही है. यहां दी गई जानकारी का सिर्फ़ सूचित करने का उद्देश्य है. म्यूचुअल फंड निवेश बाज़ार जोखिम के अधीन हैं, योजना संबंधी सभी दस्तावेज़ों को सावधानी से पढ़ें. योजनाओं की NAV, ब्याज दरों में उतार-चढ़ाव सहित सिक्योरिटी बाज़ार को प्रभावित करने वाले कारकों व शक्तियों के आधार पर ऊपर-नीचे हो सकती है. किसी म्यूचुअल फंड का पूर्व प्रदर्शन, आवश्यक रूप से योजनाओं के भविष्य के प्रदर्शन का परिचायक नहीं हो सकता है. म्यूचुअल फंड, किन्हीं भी योजनाओं के अंतर्गत किसी लाभांश की गारंटी या आश्वासन नहीं देता है और वह वितरण योग्य अधिशेष की उपलब्धता और पर्याप्तता से विषयित है. निवेशकों से सावधानी के साथ विवरण पत्रिका (प्रॉस्पेक्टस) की समीक्षा करने और विशिष्ट विधिक, कर तथा योजना में निवेश/प्रतिभागिता के वित्तीय निहितार्थ के बारे में विशेषज्ञ पेशेवर सलाह को हासिल करने का अनुरोध है.
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