Nithin Kamath: ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म जीरोधा (Zerodha) के खिलाफ बड़ा एक्शन हुआ है. कंपनी के फाउंडर नितिन कामथ (Nithin Kamath) समेत कई बड़े अधिकारियों पर कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय (Ministry of Corporate Affairs) द्वारा कार्रवाई की गई है. मंत्रालय ने तय समय के भीतर चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर (CFO) नियुक्त करने में असफल रहने के चलते जीरोधा एसेट मैनेजमेंट के सभी डायरेक्टर पर जुर्माना लगाया है.
बिना सीएफओ के ही काम कर रही थी जीरोधा एएमसी
कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय ने 31 जुलाई को यह आदेश जारी किया है. इसके अनुसार, जीरोधा एएमसी ने कंपनी एक्ट, 2013 की धारा 203 का उल्लंघन किया है. इसके तहत 10 करोड़ रुपये से ज्यादा पेड अप कैपिटल वाली कंपनियों को सीएफओ के पद पर स्थायी तैनाती करना आवश्यक है. मगर, कंपनी बिना सीएफओ के ही काम कर रही थी. आदेश में कहा गया है कि कंपनी रेगुलेटर ने जीरोधा एएमसी पर 5 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है. साथ ही कंपनी के फाउंडर नितिन कामथ पर भी 4.08 लाख रुपये का जुर्माना लगा है.
इन सभी अधिकारियों पर लगाया गया जुर्माना
इसके अलावा राजन्ना भुवनेश (Rajanna Bhuvanesh) पर 5 लाख रुपये, जीरोधा एएमसी के सीईओ विशाल वीरेंद्र जैन (Vishal Virendra Jain) पर 3.45 लाख रुपये, कंपनी सेक्रेटरी शिखा सिंह (Shikha Singh) पर 3.45 लाख रुपये, नित्या ईश्वरन (Nitya Easwaran) पर 1.5 लाख रुपये और तुषार महाजन (Tushar Mahajan) पर 1.5 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है.
459 दिनों तक खाली था कंपनी का सीएफओ पद
जीरोधा एएमसी ने मार्च, 2023 में चिंतन भट्ट को कंपनी का सीएफओ बनाया था. उससे पहले तक वह कंपनी एक्ट का पालन नहीं कर रही थी. इसी देरी के चलते यह कार्रवाई की गई है. मंत्रालय ने अपने आदेश में कहा कि 20 दिसंबर, 2021 से 23 मार्च, 2023 यानी 459 दिनों तक कंपनी का सीएफओ पद खाली था. जीरोधा और उसके अधिकारियों को जुर्माना चुकाने के लिए 90 दिन का समय दिया गया है. आदेश में कहा गया है कि कंपनी के डायरेक्टर जुर्माने का भुगतान अपने पैसे से करेंगे.
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