जिरोधा के को-फाउंडर्स नितिन और निखिल कामत की सैलरी होगी 100-100 करोड़, नितिन की पत्नी को भी इतना ही वेतन
जिरोधा ने वित्त वर्ष 2019-20 के दौरान एक हजार करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल किया है. वहीं इसका मुनाफा 442 करोड़ रुपये का है. यह स्टार्ट-अप की दुनिया में काफी कम देखने को मिल रहा है क्योंकि कोरोना संक्रमण के इस दौर में ज्यादातर कंपनियों को घाटा हो रहा है.
देश की सबसे बड़ी ऑनलाइन स्टॉक ब्रोकरेज फर्म जिरोधा के फाउंडर नितिन और निखिल कामत की सैलरी 100-100 करोड़ रुपये होगी. साथ ही नितिन कामत की पत्नी सीमा पाटिल को भी इतना ही वेतन मिलेगा. कंपनी के बोर्ड में पारित किए एक प्रस्ताव के बाद इस वेतन को मंजूरी दे दी गई. बोर्ड में एक विशेष प्रस्ताव पारित किया गया, जिसमें तीनों की बेसिक सैलरी 4.17 करोड़ रुपये प्रति महीने तय की गई. हर साल तीनों की कुल सैलरी मिलाकर 300 करोड़ रुपये के आसपास बैठेगी.
जिरोधा को 442 करोड़ रुपये का मुनाफा
जिरोधा ने वित्त वर्ष 2019-20 के दौरान एक हजार करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल किया है. वहीं इसका मुनाफा 442 करोड़ रुपये का है. यह स्टार्ट-अप की दुनिया में काफी कम देखने को मिल रहा है क्योंकि कोरोना संक्रमण के इस दौर में ज्यादातर कंपनियों को घाटा हो रहा है. जिरोधा के संस्थापकों की सैलरी अब इन्फोसिस के सीईओ सलिल पारिख से भी हो जाएगी. उनकी सैलरी 49.68 करोड़ रुपये है.
फंड इकट्ठा करने के लिए आईपीओ नहीं लाएगी कंपनी
जिरोधा के संस्थापकों में से एक नितिन कामत ने कहा कि उनकी कंपनी फंड इकट्ठा करने के लिए आईपीओ नहीं लाएगी. उनका कहना है कि अगर आप फंड इकट्ठा करने के लिए पब्लिक में जाते हैं तो इसका मतलब है कि आपको पैसे चाहिए और आप इसमें से कुछ निवेशकों को बाहर निकलने का रास्ता देना चाहते हैं. हमारे ऊपर ये दोनों ही दबाव नहीं है. जिरोधा का कंपीटिशन, अपस्टॉक्स, ग्रो और पेटीएम मनी से है. जनवरी में जिरोधा ने कहा था कि जलवायु परिवर्तन से लड़ने के लिए उनकी कंपनी दस करोड़ डॉलर का अनुदान या इक्विटी इनवेस्टिंग करेगी.
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