Zomato Share Surge: ऑनलाइन फूड एग्रीगेटर जोमैटो (Zomato) के लिए 2024 ड्रीम रन देने वाला साल बनता जा रहा है. कंपनी के शेयर दिन दूनी-रात चौगुनी स्पीड से बढ़ रहे हैं. आज शेयर ने ऐसा धमाकेदार प्रदर्शन किया कि 3.93 फीसदी (करीब 4 फीसदी) की उछाल के साथ 232 रुपये का ऑलटाइम हाई बना लिया. इसका सीधा फायदा कंपनी के सीईओ दीपिंदर गोयल को मिला और वो अरबपति क्लब में शामिल हो गए. जानें कैसे एक दिन में जोमैटो सीईओ को हुआ जबदस्त फायदा और बन गए बिलेनयर...


जोमैटो सीईओ दीपिंदर गोयल बने अरबपति


फोर्ब्स के लेटेस्ट आंकड़े के मुताबिक जोमैटो सीईओ दीपिंदर गोयल की नेटवर्थ बढ़कर 8500 करोड़ रुपये हो गई है. आज की तेजी के बाद 1.4 अरब डॉलर या 8500 करोड़ रुपये के मालिक बनकर दीपिंदर गोयल (Zomato CEO Net Worth) बिलेनियर्स क्लब में शामिल हो गए हैं. दीपिंदर गोयल के पास जोमैटो की करीब 4.26 फीसदी हिस्सेदारी है जो कुल 36.94 करोड़ (36,94,71,500) शेयर बैठते हैं. आज की जबरदस्त तेजी से जोमैटो के 36.94 करोड़ शेयरों की कीमत करीब 8500 करोड़ रुपये के आस-पास बन गई है. 


कैसा रहा जोमैटो का स्टॉक मूवमेंट


जोमैटो का शेयर बीएसई पर 225 रुपये पर खुला और शुरुआती ट्रेड में ही 4 फीसदी बढ़कर 232 रुपये प्रति शेयर पर पहुंच गया. ये इसका इंट्राडे और ऑलटाइम हाई लेवल है. जोमैटो का मार्केट कैपिटलाइजेशन भी बढ़ा है और ये बढ़कर 1.98 लाख करोड़ रुपये हो गया है यानी कंपनी 2 ट्रिलियन डॉलर क्लब में एंट्री कर गई थी. जोमैटो ने इस साल अभी तक 88 फीसदी का फायदा अपने निवेशकों को दिलाया है.


जोमैटो का शेयर क्यों दिखा रहा है उछाल



  • जोमैटो ने दिल्ली-बेंगलुरू के कस्टमर्स के लिए प्लेटफॉर्म फीस 1 रुपये बढ़ाकर 6 रुपये की जो पहले 5 रुपये प्रति ऑर्डर थी. 

  • इस 20 फीसदी की बढ़ोतरी के असर से कंपनी की प्रॉफिटेबिलिटी बढ़ने की उम्मीद से शेयर चहक उठा है.

  • गोल्डमैन सैक्स जैसे ब्रोकरेज हाउस भी जोमैटो पर बुलिश हैं और उनका कहना है कि अब जोमैटो के मेन फूड डिस्ट्रीब्यूशन बिजनेस की तुलना में ब्लिंकिट की वैल्यू बढ़ी है.

  • ऑनलाइन फूड डिलीवरी के मार्केट का सबसे बड़ा प्रॉफिट शेयर करने वाली जोमैटो को लगातार अच्छी डिमांड मिल रही है.

  • T-20 वर्ल्ड कप, IPL 2024 के समय और भयंकर गर्मी के दौरान जोमैटो को फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म और ब्लिंकिट दोनों जगह पर भरपूर ऑर्डर मिले जिससे मुनाफा बढ़ा है.


दीपिंदर गोयल और जोमैटो का सफर


साल 2008 में पंकज चड्ढा के साथ मिलकर दीपिंदर गोयल ने जोमैटो के को-फाउंडर के तौर पर इसे स्थापित किया. शुरुआत में इसे 'फूडीबे' कहा जाता था. उस समय पंकज चड्ढा और दीपिंदर गोयल दोनों बैन एंड कंपनी में बतौर एनालिस्ट काम करते थे. दोनों आईआईटी दिल्ली से ग्रेजुएट थे. फूडीबे नौ महीनों के भीतर दिल्ली-एनसीआर में सबसे बड़ी रेस्तरां डायरेक्टरी बन गई और दो साल बाद इसका नाम बदलकर जोमैटो कर दिया गया. इसने इन्फो एज इंडिया, सिकोइया, वीवाई कैपिटल, सिंगापुर-बीआरडी इंवेस्टमेंट फर्म टेमासेक और अलीबाबा की एंट जैसी कंपनियों से फंडिंग हासिल की. एंट फाइनेंशियल के 200 मिलियन डॉलर के निवेश के बाद जोमैटो कंपनी वित्त वर्ष 2018-19 में यूनिकॉर्न बन गई. हालांकि उसी साल पंकज चड्ढा ने कंपनी छोड़ दी.


दीपिंदर गोयल के बारे में खास बातें


दीपिंदर गोयल का जन्म पंजाब के मुक्तसर में एक साधारण परिवार में हुआ था. उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा चंडीगढ़ के डीएवी कॉलेज से की. उन्होंने साल 2001 में आईआईटी दिल्ली में एडमिशन लिया और 2005 में मैथ्स और कंप्यूटिंग में बी.टेक की डिग्री के साथ ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की. मूल रूप से एक मिडिल क्लास बैकग्राउंड से आने वाले दीपिंदर गोयल मैथ्स और कंप्यूटिंग में एक्सपर्ट हैं. क्विक कॉमर्स प्लेटफॉर्म ब्लिंकिट के फाउंडर और सीईओ होने के साथ शार्क टैंक जज भी रहे हैं. उन्होंने बीरा 91, हाइपरट्रैक, टेराडो और स्क्वाडस्ट्रैक सहित कई दूसरे स्टार्ट-अप में निवेश किया हुआ है. 


दीपिंदर गोयल की लाइफ पार्टनर के बारे में जानें


जोमैटो के सीईओ दीपिंदर गोयल ने इसी साल मैक्सिकन मॉडल से उद्यमी बनी ग्रेसिया मुनोज से शादी की है. यह दीपिंदर गोयल की दूसरी शादी है, इससे पहले उन्होंने अपनी आईआईटी-दिल्ली बैचमेट कंचन जोशी से शादी की थी. 


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