Deepinder Goyal: इन दिनों जोमैटो के सीईओ दीपिंदर गोयल चर्चा में हैं. पिछले दिनों वे जॉब ऑफर को लेकर एक्स पर किए गए एक पोस्ट के चलते चर्चा में थे. इससे पहले वे किसी ऑर्डर को खुद डिलिवर करने गए थे. जिसके बाद इन्होंने सोशल मीडिया पर खूब सूर्खियां बटोरी थी. वहीं अब जोमैटो के शेयर में उछाल ने भी धमाल मचाया हुआ है. इस बीच अब दीपिंदर गोयल ने एक और चर्चा में बने रहने वाली खबर दे दी है.


जोमैटो सीईओ ने वित्त वर्ष 2026 (FY26) के अंत तक अपने 3.5 करोड़ रुपये सालाना मुआवजे को स्वेच्छा से माफ कर दिया है. यह उनके पहले तय किए गए समय से दो साल आगे तक के लिए बढ़ गया है. कंपनी के शेयर बाजार को दिए गए सूचना से ये जानकारी मिली है.


तीन साल पहले यानी वित्त वर्ष 2020-21 की शुरुआत में जोमैटो सीईओ ने कहा था कि फाइनेंशियल ईयर 2023-24 के अंत तक 36 महीनों के लिए वे अपनी सैलरी नहीं लेंगे. हालांकि, अब उन्होंने अपने इस फैसले को 31 मार्च, 2026 तक बढ़ा दिया है यानी वो दो साल और अपना वेतन नहीं लेंगे। 


दो साल और फ्री में काम करेंगे दीपिंदर गोयल


कंपनी के डाक्यूमेंट्स लिखा है, "दीपिंदर गोयल ने बोर्ड को बताया कि 24 मार्च, 2021 और 1 अप्रैल, 2024 के वाइड लेटर्स के अनुसार, उन्होंने 1 अप्रैल, 2021 से 31 मार्च, 2026 तक की अवधि के लिए स्वेच्छा से अपना वेतन छोड़ दिया है." हालांकि, गोयल इस बीच जोमैटो के एमडी और सीईओ के तौर पर कंपनी में अपनी भूमिका और कार्यों को करते रहेंगे. इस दौरान वे वैरिएबल पे की कुल राशि भी लेंगे. ये राशि बोर्ड बाद में तय करेगी.


बता दें कि गोयल के पास जोमैटो के 4.18 फीसदी के शेयर हैं. इसकी कीमत 25 नवंबर को बीएसई पर कारोबार बंद होने तक 10,000 करोड़ रुपये से अधिक थी. जोमैटो के शेयर में इस साल अब तक 140 फीसदी से अधिक की बढ़त हुई है. दरअसल आज यानी 26 नवंबर को दोपहर 1 बजे बीएसई पर ये 277.35 रुपये प्रति शेयर पर कारोबार कर रहा था जिसकी वजह से शेयरों की कीमत में उछाल आया है.


जोमैटो का 26 नवंबर को दोपहर 1 बजे तक 2,45,243 करोड़ रुपये यानी लगभग 28.8 बिलियन डॉलर का बाजार पूंजीकरण रहा. इसके हाल ही में लिस्टेड इसकी प्रतिद्वंद्वी स्विगी का बाजार पूंजीकरण 99,845 करोड़ रुपये यानी लगभग 11.8 बिलियन डॉलर है.


क्यूआईपी के शेयरों में उछाल


फूड एग्रीगेटर जोमैटो के शेयरों में 25 नवंबर को शुरुआती कारोबार में 6 फीसदी तक की उछाल आई. माना जा रहा है की शेयरों में ये बढ़त 30-स्टॉक सेंसेक्स में इसका शामिल होना और इसके 8,500 करोड़ रुपये (1 बिलियन डॉलर) के क्यूआईपी को मंजूरी मिलना है. जोमैटो ने क्यूआईपी के लिए 265.91 रुपये प्रति शेयर का फ्लोर प्राइस तय किया है, जो इसके हालिया ट्रेड से करीब 4 फीसदी कम है.


जोमैटो ने पहले कहा था कि क्यूआईपी के जरिए जुटाए गए फंड का इस्तेमाल वह अपनी बैलेंस शीट को मजबूत करने के लिए करेगा. कंपनी अब अपने क्विक कॉमर्स आर्म ब्लिंकिट के मार्केटिंग और विस्तार पर खर्च करने की योजना में है. मौजूदा समय में ब्लिंकिट जेप्टो और स्विगी से आगे मार्केट लीडर है.


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