महीने के इतने कमा लेते हैं Zomato के डिलीवरी पार्टनर्स, कंपनी के CEO ने किया खुलासा
Zomato: कंपनी के सीईओ ने कहा कि जोमैटो के डिलीवरी पार्टनर्स में से कई सीजनली काम करते हैं. यह उनके लिए सेकेंडरी सोर्स ऑफ इनकम का एक बढ़िया जरिया है.

Zomato: ऑनलाइन फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म जोमैटो सीईओ दीपिंदर गोयल ने हाल ही में अपने डिलीवरी पार्टनर्स की कमाई का खुलासा किया. CNBC-TV18 की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 2024 में जोमैटो के 1.5 मिलियन डिलीवरी पार्टनर्स ने लगभग 5,000 रुपये फ्यूल कॉस्ट को छोड़कर औसतन 28,000 रुपये प्रति माह कमाए. दीपिंदर ने इसे वैकल्पिक आय के अवसरों के मुकाबले आकर्षक बताया.
हफ्ते में इतने दिन करना होता है काम
2024 में डिलीवरी पार्टनर्स की औसत मासिक आय में 2.3 परसेंट की बढ़ोतरी देखी गई, जो 2023 में 27,109 रुपये थी. दीपिंदर ने कहा, ''इतनी कमाई उन डिलीवरी पार्टनर्स की हुई, जिन्होंने महीने के 26 दिन कम से कम आठ घंटे तक काम किया. हालांकि, पिछले कुछ सालों में डिलीवरी पार्टनर्स के काम करने के घंटे और दिनों में कमी आई है.'' दीपिंदर आगे कहते हैं कि जोमैटो के डिलीवरी पार्टनर्स दिन के किसी भी समय या हफ्ते में किसी भी दिन लॉग इन कर सकते हैं. उन्हें हर दिन काम करने की जरूरत भी नहीं है.
डिलीवरी पार्टनर्स के लिए बीमा पॉलिसी भी
CNBC-TV18 से हुई बातचीत में कुछ डिलीवरी पार्टनर्स ने कहा कि सभी खर्च निकालने के बाद थोड़ी अच्छी कमाई के लिए उन्हें दिन में 6-8 घंटे काम करने की जरूरत पड़ती है. यह एक फुल टाइम जॉब है, लेकिन सोशल सिक्योरिटी का कोई बेनिफिट नहीं है. जबकि रिपोर्ट के मुताबिक दीपिंदर ने कहा, ''कई डिलीवरी पार्टनर्स सेकेंडरी सोर्स ऑफ इनकम के लिए जोमैटो में पार्ट टाइम काम करते हैं. कुछ सीजनली हमारे साथ काम करते हैं, जबकि बाकी दिन कहीं और काम करते हैं.'' दीपिंदर ने यह भी कहा, ''कंपनी सभी डिलीवरी पार्टनर्स के लिए बीमा पॉलिसी प्रदान करती है, जिसमें एक्सीडेंट, डेथ, हेल्थ कवरेज शामिल हैं. पिछले चार सालों में इनके प्रॉसेस्ड क्लेम की संख्या दोगुनी से अधिक होकर 53 करोड़ रुपये प्रति वर्ष हो गई है.''
ये भी पढ़ें:
CCPA ने Apple को भेजा नोटिस, iPhone18+ में सॉफ्टवेयर अपडेट के बाद आई गड़बड़ी पर मांगा जवाब

ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस

