फूड डिलीवरी कंपनी जोमैटो ने हाल ही में मिली एक जीएसटी डिमांड को अब चुनौती देने का मन बना लिया है. पहले कंपनी ने कहा था कि मुकदमा लड़ने की बड़ी लागत को देखते हुए उसका इरादा डिमांड की रकम का भुगतान करने का है. हालांकि अब कंपनी अपने पुराने फैसले से पलटने जा रही है और टैक्स डिमांड को चैलेंज करने वाली है.


जीएसटी डिपार्टमेंट ने भेजा इतने का नोटिस


जोमैटो को यह टैक्स डिमांड पश्चिम बंगाल जीएसटी की ओर से मिली थी. स्टेट जीएसटी डिपार्टमेंट की ओर से भेजे गए जीएसटी नोटिस में फूड डिलीवरी कंपनी से 5.6 करोड़ रुपये की डिमांड की गई है. डिमांड की रकम में बकाया टैक्स, ब्याज और पेनल्टी शामिल है. पश्चिम बंगाल जीएसटी डिपार्टमेंट ने यह नोटिस अप्रैल 2020 से मार्च 2021 की अवधि के लिए भेजा है.


कंपनी ने बनाया अपील का इरादा


फूड डिलीवरी कंपनी ने शनिवार को बताया कि वह इस डिमांड के खिलाफ अपील करने वाली है. हालांकि एक दिन पहले ही यानी 13 सितंबर शुक्रवार को जोमैटो ने कहा था कि वह लिटिगेशन कॉस्ट को देखते हुए डिमांड की गई रकम का भुगतान करेगी. एक दिन बाद कंपनी ने अपना मन बदल लिया है और उसने साफ किया है कि अब उसका इरादा आदेश के खिलाफ अपील करने की है.


मामले पर जोमैटो के बयान


कंपनी ने पहले कहा था- कंपनी को लगता है कि उसका केस मजबूत है. हालांकि लिटिगेशन में होने वाले मोटे खर्च को देखते हुए कंपनी जीएसटी अथॉरिटी के द्वारा की गई डिमांड का भुगतान करेगी. अब कंपनी का कहना है- कंपनी का मानना है कि वह सही है और उसका पक्ष मजबूत है. ऐसे में कंपनी ने उचित प्राधिकरण के समक्ष ऑर्डर के खिलाफ अपील करने का निर्णय लिया है.


इस साल दे चुका मल्टीबैगर रिटर्न


शुक्रवार को जोमैटो का शेयर 3.66 फीसदी गिरकर 273.50 रुपये के भाव पर बंद हुआ था. बीते 6 महीने में जोमैटो का शेयर 70 फीसदी से ज्यादा मजबूत हुआ है. इस साल की शुरुआत से अब तक जोमैटो का शेयर करीब 120 फीसदी रिटर्न दे चुका है. यानी जोमैटो का नाम 2024 के मल्टीबैगर शेयरों में दर्ज हो चुका है.


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