Zomato: ऑनलाइन फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म जोमैटो (Zomato) ने आखिरकार अपनी प्लेटफॉर्म फीस (Zomato Platform Fee) में इजाफा कर ही दिया है. जोमैटो ने अपनी फीस 25 फीसदी बढ़ाकर प्रति ऑर्डर 5 रुपये कर दी है. साथ ही कंपनी ने अपनी इंटरसिटी लेजेंड्स (Intercity Legends) सर्विस को भी बंद कर दिया है. जोमैटो ने यह फैसले मार्च तिमाही के नतीजे आने के पहले लिए हैं.
2 रुपये से 2023 में शुरू की थी प्लेटफॉर्म फीस
जोमैटो ने अगस्त, 2023 में 2 रुपये से अपनी प्लेटफॉर्म फीस की शुरुआत की थी. यह फैसला कंपनी द्वारा अपना लाभ बढ़ाने और प्रॉफिट कमाने के लिए लिया गया था. इसके बाद कंपनी ने प्लेटफॉर्म फीस को 3 रुपये किया और 1 जनवरी को इसे बढ़ाकर 4 रुपये कर दिया गया था. जोमैटो ने 31 दिसंबर को फीस को अस्थायी रूप से 9 रुपये भी किया था. अब आपको हर ऑर्डर पर 5 रुपये चुकाने होंगे. जनवरी में फीस बढ़ने के बाद जोमैटो के शेयरों में उछाल आया था. विशेषज्ञों का मानना है कि बढ़ी हुई प्लेटफॉर्म फीस के चलते अब डिलीवरी चार्ज पर लगने वाला जीएसटी भी बढ़ जाएगा.
लगभग 85 से 90 करोड़ रुपये अतिरिक्त कमाई होगी
जोमैटो हर साल लगभग 85 से 90 करोड़ ऑर्डर डिलीवर करती है. एक रुपये फीस बढ़ने से कंपनी को लगभग 85 से 90 करोड़ रुपये अतिरिक्त प्राप्त होंगे. साथ ही कंपनी का एबिटा भी लगभग 5 फीसदी बढ़ जाएगा. हालांकि, बढ़ी हुई फीस फिलहाल सिर्फ कुछ ही शहरों में लागू की गई है. कंपनी ने एक अन्य निर्णय में अपनी इंटरसिटी लेजेंड्स सर्विस को भी बंद करने का फैसला लिया है. इसके तहत कंपनी बड़े शहरों के टॉप रेस्टोरेंट से अन्य शहरों में खाना डिलीवर करती थी. जोमैटो के एप पर अब लेजेंड्स टैब काम नहीं कर रहा है.
जोमैटो के शेयर में लगातार आ रहा उछाल
दिसंबर तिमाही में जोमैटो का रेवेन्यू 30 फीसदी बढ़कर 2,025 करोड़ रुपये रहा था. साथ ही ब्लिंकिट (Blinkit) का रेवेन्यू भी दोगुना होकर 644 करोड़ रुपये हो गया है. यही वजह है कि जोमैटो का शेयर तेजी से ऊपर जा रहा है. जोमैटो को एक साल पहले 347 करोड़ रुपये का शुद्ध नुकसान हुआ था लेकिन, दिसंबर तिमाही में उसे 138 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था.
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