फूड डिलिवरी कंपनी जोमैटो (Zomato) के IPO की तारीख पक्की हो गई है. कंपनी का IPO सब्सक्रिप्शन के लिए 14 जुलाई को खोला जाएगा और 16 जुलाई को बंद कर दिया जाएगा. जोमैटो के IPO में 9 हजार करोड़ रुपए का प्राइमरी सेल होगा जबकि 375 करोड़ रुपए का शेयर ऑफर फॉर सेल होगा. यानी कंपनी में दूसरे हिस्सेदार अपना शेयर बेच सकेंगे.
जोमैटो एक ऑनलाइन रेस्टोरेंट एग्रीगेटर है. यह ग्राहकों को रेस्टोरेंट से खाना और अन्य सामान पहुंचाती है. यह रेस्टोरेंट और होटल की फोटो और रिव्यू भी देती है. इसके तहत रेस्टोरेंट के लिए मार्केटिंग भी की जाती है. कंपनी की योजना इशू के जरिए 72-76 रुपये प्रति शेयर के प्राइस बैंड के हिसाब से 9375 करोड़ जुटाने की है. इस इशू ऑफर के तहत फ्रेश इक्विटी शेयर और नौकरीडॉटकॉम की पैरेंट कंपनी इंफो ऐज द्वारा ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) शामिल है. कंपनी के निवेशकों में इंफो ऐज, ऐंट फाइनेंशियल्स और उबेर भी शामिल हैं. हालांकि, कंपनी का कोई प्रमोटर नहीं है.
कंपनी को वित्त वर्ष 2021 में हुआ भारी नुक्सान
कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी, मॉर्गन स्टेनली इंडिया कंपनी प्राइवेट लिमिटेड और क्रेडिट सुइस सिक्योरिटीज (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड इस निर्गम के वैश्विक समन्वयक और बुक रनिंग लीड मैनेजर हैं. वहीं वित्त वर्ष 2021 की पहली तीन तिमाहियों में जोमैटो का राजस्व 1,367 करोड़ रुपये था. फूड-टेक कंपनी का खर्च लगभग 1,724 करोड़ रुपये था, जिसके परिणामस्वरूप 684 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ.
वित्तीय वर्ष 2020 में हुई राजस्व में वृद्धि
बता दें कि वित्तीय वर्ष 2020 में जोमैटो के राजस्व में 96% की वृद्धि हुई, जो वित्त वर्ष 2019 में 1,398 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2020 में 2,743 करोड़ रुपये था. जोमैटो को कम से कम 403 मिलियन ऑनलाइन ऑर्डर मिले, जिसका सकल ऑर्डर मूल्य रु. वित्तीय वर्ष 2020 के दौरान 11,221 करोड़ था. पिछले साल, जोमैटो ने 2 लाख से अधिक डिलीवरी पार्टनर्स के साथ भारत भर के लगभग 500 शहरों में डिलीवरी सेवाएं प्रदान कीं.
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