Zomato Food Rescue: खाने की बर्बादी को रोकने के लिए जोमैटो की अनूठी पहल, आकर्षक रेट पर मिलेगा कैंसल आर्डर!
Zomato Food Rescue Update: जोमैटो के मुताबिक, नो-रिफंड पॉलिसी होने के बावजूद हर महीने 4 लाख ऑर्डर डिलिवर करने के निकलने के बाद बीच रास्ते में ही कैंसल कर दिए जाते हैं.
Zomato Food Rescue: ऑनलाइन फूड आर्डर होने के बाद उस आर्डर के कैंसल कर देने से खाने की बर्बादी होती है. इसे रोकने के लिए ऑनलाइन फूड डिलिवरी कंपनी जोमैटो (Zomato) ने एक नए पहल की शुरुआत की है जिसे फूड रेस्क्यू (Food Rescue) मिशन का नाम दिया गया है. जोमैटो के फूड रेस्क्यू पहल के तहत जैसे ही कोई यूजर ऑनलाइन फूड आर्डर करने के बाद उस आर्डर को रद्द कर देता है तो पॉपअप मैसेज के जरिए कैंसल आर्डर को बेहद आकर्षक कीमत पर नजदीक के कस्टमर्स को ऑफर किया जाएगा और पैकेजिंग में बिना किसी छेड़छाड़ किए कुछ ही मिनटों में उन्हें फूड डिलिवर कर दिया जाएगा.
आर्डर कैंसिलेशन बनी चुनौती
जोमैटो के को-फांउडर दीपिंदर गोयल (Deepinder Goyal) ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट में लिखा, जोमैटो में हम आर्डर कैंसिलेशन को कतई बढ़ावा नहीं देते हैं क्योंकि इससे खाने की बर्बादी होती है. उन्होंने कहा, सख्त पॉलिसी और ऑर्डर के रद्द होने पर नो-रिफंड पॉलिसी होने के बावजूद 4 लाख आर्डर अलग-अलग कारणों के चलते कस्टमर्स की ओर से रद्द कर दिए जाते हैं. ये हमारे लिए, रेस्टोरेंट इंडस्ट्री और जो कस्टमर्स आर्डर रद्द कर देते हैं उनके लिए भी चिंता का कारण है जो किसी भी तरह खाने को बर्बाद होने से रोकना चाहते हैं. ऐसे में आज फूड रेस्क्यू पहल को हम लॉन्च कर रहे हैं.
We don't encourage order cancellation at Zomato, because it leads to a tremendous amount of food wastage.
— Deepinder Goyal (@deepigoyal) November 10, 2024
Inspite of stringent policies, and and a no-refund policy for cancellations, more than 4 lakh perfectly good orders get canceled on Zomato, for various reasons by customers.… pic.twitter.com/fGFQQNgzGJ
4 लाख आर्डर होते हैं कैंसल
जोमैटो के मुताबिक हर महीने करीब 4 लाख आर्डर जब कस्टमर्स को डिलिवर करने के लिए रास्ते में होता है उसे कैंसल कर दिया जाता है. ऑनलाइन फूड डिलिवरी कंपनी के मुताबिक ये एक गंभीर चुनौती है और कंपनी ऐसे में होने वाले खाने की बर्बादी को रोकने के लिए सभी प्रकार के समाधान पर काम कर रही है. और इसे ही देखने हुए जोमैटो ने फूड रेस्क्यू पहल की शुरुआत की है. अब जानिए कैसे काम करेगा जोमैटो का फूड रेस्क्यू अभियान!
ऐसे किया जाएगा अब 'फूड रेस्क्यू'
फूड रेस्क्यू के तहत डिलिवरी पार्टनर जो आर्डर डिलिवर करने जा रहा है उसके 3 किलोमीटर के रेडियस में मौजूद कस्टमर्स को जोमैटो ऐप पर कैंसल आर्डर का पॉपअप मैसेज आने लगेगा. खाना फ्रेश रहे, इसके लिए इस आर्डर को क्लेम करने का ऑप्शन कुछ ही मिनटों के लिए उपलब्ध रहेगा. जिस ऑरिजिनल कस्टमर ने ऑनलाइन फूड आर्डर किया था, वो और उसके आसपास में रहने वाले लोग इस आर्डर को क्लेम नहीं कर सकेंगे. नए कस्टमर की ओर से किए गए पेमेंट को रेस्टोरेंट पार्टनर और ऑरिजनल कस्टमर्स के साथ शेयर किया जाएगा अगर उन्होंने ऑनलाइन पेमेंट किया हो. जोमैटो सरकारी टैक्स के अलावा अपने पास कुछ नहीं रखेगा. फूड रेस्क्यू में आइसक्रीम, शेक या दूसरे खराब होने वाले आईटम्स नहीं आयेंगे. डिलिवरी पार्टनर को पूरे ट्रिप का भुगतान किया जाएगा. जोमैटो ने कहा, खाने की बर्बादी को रोकने के लिए कंपनी कटिबद्ध है.
ये भी पढ़ें