Zomato Q1 Results: लगातार बुरी खबरों के चलते चर्चा में रही जोमैटो के लिए कुछ राहत भरी खबर आई है. जोमैटो ने 2022-23 के पहली तिमाही अप्रैल से जून के लिए नतीजे घोषित किए हैं. और इस दौरान कंपनी के नुकसान में कमी आई है. कंपनी का नुकसान इस तिमाही में घटकर 186 करोड़ रुपये रह गया है तो रैवेन्यू में 67 फीसदी का उछाल आया है.
जोमैटो का रेवेन्यू बीते साल की इसी तिमाही के मुकाबले 67.44 फीसदी बढ़कर 844 करोड़ रुपये से 1413.90 करोड़ रुपये पर जा पहुंचा है. वहीं को अप्रैल से जून के बीच 186 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है जो जनवरी से मार्च के बीच 359.70 करोड़ रुपये रहा था. तो बीते वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 360.70 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था. कंपनी का Ebitda नुकसान घटकर 150 करोड़ रुपये रह गया है. कंपनी के मुताबिक अप्रैल से जून तिमाही में ग्रॉस आर्डर वैल्यू में 10 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 6430 करोड़ रुपये रहा है जिसके चलते रेवेन्यू में उछाल देखने को मिला है.
बहरहाल जोमैटो के नतीजे शेयर बाजार के बंद होने के बाद आया है. इससे पहले जोमैटो का शेयर 1.07 फीसदी की गिरावट के साथ 46.30 फीसदी पर क्लोज हुआ है. बीता हफ्ता जोमैटो के शेयर के लिए ये हफ्ता बेहद उठापटक भरा रहा था. 76 रुपये प्रति शेयर पर आईपीओ लाने वाली जोमैटो के शेयर का भाव 40.60 रुपये के निचले स्तर तक जा लुढ़का था. यानि आईपीओ के प्राइस लेवल से करीब 47 फीसदी नीचे. हालांकि निचले लेवल से शेयर ने रिकवरी दिखाई है.
जोमैटो के शेयर में भले ही बड़ी गिरावट आई हो लेकिन देसी विदेशी ब्रोकरेज हाउस जोमैटो के शेयर को लेकर बेहद बुलिश हैं. विदेशी ब्रोकरेज हाउस जेफ्फरीज, Credit Suisse और कोटक इंस्टीट्यूशनल सिक्योरिटिज (Kotak Institutional Securities) जोमैटो के शेयर को लेकर बुलिश है. कोटक ने निवेशकों को 79 रुपये के लक्ष्य के लिए जोमैटो के शेयर खरीदने की सलाह दी है. जेफ्फरीज का मानना है कि जोमैटो का स्टॉक निवेशकों को 130 फीसदी का रिटर्न दे सकता है. Credit Suisse के मुताबिक शेयर 90 रुपये तक जाने की क्षमता रखता है.
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