(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Turkiye Earthquake: तुर्किए में आए भूकंप में लापता बेंगलुरु के विजय कुमार की दर्दनाक मौत, इस कंपनी में करते थे काम
तुर्किए में आए भूकंप में लापता हुए भारतीय शख्स की मौत हो गई है. शख्स की पहचान विजय कुमार के रूप में हुई है. विनाशकारी भूकंप के बाद लगातार छठे दिन शनिवार को भी बचाव कार्य जारी है.
Turkiye-Syria Earthquake: तुर्किए में आए भूकंप में लापता हुए भारतीय शख्स की मौत हो गई है. शख्स की पहचान विजय कुमार के रूप में हुई है. वह बेंगलुरु स्थित ऑक्सीप्लांट्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के एक तकनीशियन के रूप में काम करता था.
6 फरवरी को तुर्किए और सीरिया में आए विनाशकारी भूकंप के बाद लगातार छठे दिन शनिवार को भी बचाव कार्य जारी है. भूकंप में मरने वालों की संख्या अब तक 23,831 तक पहुंच गई है. अनादोलू समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, तुर्किए के आपदा और आपातकालीन प्रबंधन प्राधिकरण (एएफएडी) ने अपने ताजा अपडेट में कहा कि देश में मरने वालों की संख्या 20,318 है. वहीं 80,052 लोग घायल हुए हैं.
इन क्षेत्रों में भारी तबाही
कहारनमारस प्रांत में केंद्रित 7.7 और 7.6 तीव्रता के भूकंपों ने अदाना, अदियामन, दियारबाकिर, गाजियांटेप, हटे, किलिस, मालट्या, उस्मानिया और सनलिउर्फा प्रांतों में 13 मिलियन से अधिक लोगों को प्रभावित किया. सीएनएन ने बताया कि सीरिया में मारे गए लोगों की संख्या 3,513 है. स्वयंसेवी संगठन सीरिया सिविल डिफेंस के अनुसार, जिसे व्हाइट हेल्मेट्स के रूप में भी जाना जाता है, देश के उत्तर-पश्चिम में विद्रोहियों के कब्जे वाले क्षेत्रों में 2,166 मौतें दर्ज की गईं.
सीरियाई राज्य मीडिया ने दी ये जानकारी
इस बीच, सीरियाई राज्य मीडिया ने कहा है कि युद्धग्रस्त राष्ट्र के सरकार-नियंत्रित हिस्सों में 1,347 लोगों के मारे जाने की सूचना है. उत्तरी और उत्तर पश्चिमी सीरिया में भूकंप प्रभावित विद्रोहियों के कब्जे वाले क्षेत्रों में तत्काल आपूर्ति की डिलीवरी विपक्षी समूहों और सीरियाई सरकार के बीच लंबे समय से चल रहे गृहयुद्ध से जटिल हो गई है. समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार को तुर्किएके राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने भूकंप प्रभावित आदियामन प्रांत में संवाददाताओं से बात करते हुए कहा, दुर्भाग्य से बहुत सारी इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं. हम जितनी जल्दी चाहते थे, उतनी तेजी से कार्रवाई नहीं कर पाए.
उन्होंने कहा कि आपातकालीन कार्य बहुत कठिन था, क्योंकि भूकंप का विनाशकारी प्रभाव 500 किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ था. उन्होंने कहा कि कार्यो में ठंड एक और बाधा बन रही है. एर्दोगन ने पहले स्वीकार किया था कि पहले दिन आपदा के बाद कार्रवाई करने में सरकार की कमियां थीं, लेकिन फिर स्थिति को बेहतर ढंग से प्रबंधित किया गया. लेकिन अब देश विदेशी आपातकालीन टीमों सहित 141,000 से अधिक कर्मचारियों के साथ दुनिया की सबसे बड़ी खोज और बचाव टीमों को इकट्ठा कर चुका है.