Punjab University VC Raj Kumar Resigns: पंजाब यूनिवर्सिटी (Punjab University) के वाइस चांसलर प्रोफेसर (Punjab University VC) राज कुमार ने इस्तीफा दे दिया है. ऐसा पंजाब यूनिवर्सिटी के इतिहास में पहली बार हुआ है कि कोई वाइस चांसलर टर्म पूरा होने से पहले इस्तीफा दे दिया है. पंजाब यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रोफेसर राज कुमार ने 10 दिसंबर को ही पद से इस्तीफा दे दिया था. 


प्रोफेसर राजकुमार के इस्तीफा को चांसलर के दफ्तर ने 13 जनवरी को एक्सेप्ट किया था. वाइस चांसलर के इस्तीफा को एक्सेप्ट करने के बाद सोमवार (16 जनवरी) को इसका पत्र पब्लिक किया गया है. बता दें कि, पंजाब यूनिवर्सिटी के पूरे इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है, जो सत्र पूरा होने से पहले ही इस्तीफा दे दिया हो. पंजाब यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर को इस्तीफा देने के बाद उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की ओर से डीयूआई को वीसी का कार्यभार सौंपने का पत्र जारी किया गया है. इस पत्र में लिखा है कि सोमवार (16 जनवरी) से अगले आदेश तक डीयूआई पंजाब यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर की कार्यभार देखेंगी.


वीसी के रवैया को लेकर की गई थी शिकायतें
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पंजाब यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर के पद के लिए किसी प्रोफेसर को जल्द ही चुना जाएगा. पंजाब यूनिवर्सिटी के वीसी के खिलाफ यूनिवर्सिटी में भ्रष्टाचार करने को लेकर यूनिवर्सिटी के चांसलर के पास इसकी शिकायतें की गई थी. रिपोर्ट के मुताबिक बताया गया कि यूनिवर्सिटी में अकादमिक बैठकों में भी इस्तीफा देने वाले वीसी प्रोफेसर राजकुमार का रवैया बाकी के प्रोफेसरों के साथ अच्छा नहीं था. उनके रवैया को लेकर यूनिवर्सिटी के चांसलर को भी शिकायतें की गई थी.


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कार्यकाल पूरा होने से पहले प्रोफेसर ने दिया इस्तीफा


मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बीएचयू के इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट के हेड और डीन प्रोफेसर राज कुमार को 23 जुलाई 20218 को पंजाब यूनिवर्सिटी का नया वीसी बनाया गया था. पंजाब यूनिवर्सिटी के वीसी के लिए प्रोफेसर राजकुमार को उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू की और से गठित तीन सदस्यीय कमेटी ने की थी. राजकुमार का अभी लगभग डेढ़ साल का कार्यकाल बचा हुआ था. कार्यकाल पूरा होने से पहले ही वीसी राजकुमार ने पद से इस्तीफा दे दिया.


वीसी पर लगा था भ्रष्टाचार का आरोप
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक उनको अपने कार्यकाल की शुरुआत से ही छात्रों का विरोध देखना पड़ रहा था. बताया गया कि पिछले साल के अंतिम में उनके खिलाफ विरोध और तेज हो गया था. प्रोफेसर राजकुमार के खिलाफ पिछले साल दिसंबर में पंजाब यूनिवर्सिटी टीचर्स एसोसिएशन ने यूनीवर्सिटी में भ्रष्टाचार के खिलाफ पत्र लिखा था. उनके खिलाफ भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया था. आरोप यह था कि यूनिवर्सिटी के वीसी के तरफ से कई अहम पदों को लेकर घपला किया जा रहा है.


पीयू में वीसी का हुआ अस्थाई तौर पर नियुक्ति
बता दें कि वहीं, यूनिवर्सिटी में गिफ्ट कल्चर को लेकर भी सवाल उठाए गए थे. वीसी के खिलाफ मामले में जांच की मांग की गई थी. यूनिवर्सिटी के सीनेट सत्य पाल ने भी इस मामले पर वाइस चांसलर से स्पष्टीकरण मांगा था. इसके साथ ही पंजाब यूनिवर्सिटी टीचर्स एसोसिएशन ने यूनिवर्सिटी में मल्टी-पर्पस हॉल के निर्माण को लेकर भी वीसी पर घपले का आरोप लगाया था. वीसी के खिलाफ निर्माण में पैसों की घपलेबाजी को लेकर शिकायत की गई थी. फिलहाल अस्थाई तौर उपराष्ट्रपति के तरफ से पंजाब यूनिवर्सिटी में  एक नए वीसी की नियुक्ति हो चुकी है. आगे यह देखना होगा कि स्थाई तौर पर पंजाब यूनिवर्सिटी में वाइस चांसलर का कार्यभार किसे सौंपा जाएगा.