Hyderabad e-cigarettes: हैदराबाद से चिंता बढ़ाने वाली खबर आ रही है. दरअसल यहां के स्कूली स्टूडेंट्स में ई-सिगरेट की लत बढ़ने के मामले सामने आ रहे हैं. इस संबंध में शिक्षकों का कहना है कि स्डूटेंड्स में ई-सिगरेट की लत बढ़ने की वजह इनका आसानी से उपलब्ध होना है. दरअसल ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से 150 रुपये से 300 रुपये तक में ई-सिगरेट उपलब्ध हैं. इसके अलावा स्टूडेंट्स में 'फिट इन' की आदत इस आदत को बढ़ा रही है. महामारी से पहले 1,000 छात्रों में से एक को ई-सिगरेट की लत रहा होगी लेकिन, शिक्षकों के अनुसार यह संख्या अब कहीं भी 60 या उससे अधिक हो सकती है.


ई-सिगरेट का इस्तेमाल करने वाले छात्रों की संख्या बढ़ी
टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक स्लेट - द स्कूल के चेयरमैन वी अमरनाथ ने कहा, "हाल ही में कुछ छात्र ई-सिगरेट या हुक्का पेन का इस्तेमाल करते हुए पकड़े गए थे. कुछ साल पहले एक या दो उदाहरणों से यह संख्या काफी बढ़ गई है." साथ ही शराब पीने वाले छात्रों की संख्या में भी इजाफा हुआ है. शिक्षकों के अनुसार, हाई स्कूल के छात्र शोबाजी के लिए कैंपस में ई-सिगरेट ला रहे थे और कुछ को वॉशरूम में स्मोकिंग करते हुए भी पकड़ा गया था. उन्होंने बताया कि कई छात्र स्कूल के बाहर कई लोग हुक्का पार्लर जाने के लिए पैसे जमा कर रहे थे.


छात्रों को कैंपस के पास आसानी से मिल रही है ड्रग्स
वहीं अभिभावकों का कहना है कि ई-सिगरेट की लत ज्यादातर संपन्न परिवारों के बच्चों में है. वहीं शिक्षकों ने यह भी शिकायत की कि छात्रों को विभिन्न प्रकार की सस्ती ड्रग्स भी आसानी से मिल जाती हैं क्योंकि वे उनके परिसर के पास या फिर छोटी दुकानों में आसानी से उन्हें मिल जाती हैं. शहर के एक नामी स्कूल के एक प्रिंसिपल ने कहा, "यह जानकर हैरानी होती है कि छात्रों को कैंपस के पास 100 रुपये से भी कम में ड्रग्स मिल रहे हैं. इस साल स्कूल से पास हुए कुछ छात्रों ने बताया कि कैंपस के ज्यादातर बच्चे इसका सेवन कर रहे हैं."


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