Hyderabad Criem News: चंद रुपये की खातिर कुछ लोग मासूम बच्चों का भी सौदा करने से बाज नहीं आते हैं. ताजा मामला हैदराबाद का है. यहां नवजात शिशुओं को बेचने का रैकेट चलाने के आरोप में शहर के एक आईवीएफ सेंटर (IVF) के एक कर्मी और चार अन्य को पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
मजदूर दंपति ने नवजाच बच्ची को बेचा था
दरअसल 28 जुलाई को देवरकोंडा के ICDS सुपरवाइजर नेनावत राधा ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि एक मजदूर दंपत्ति ने अपनी नवजात बच्ची को बेच दिया है. नवजात के मामले की जांच करते हुए नलगोंडा पुलिस को पता चला कि दंपति ने एक साल पहले इसी मंडल के एक दंपति को एक और बच्चा बेच दिया था. पूछताछ करने पर, माता-पिता ने खुलासा किया कि पिछले साल बच्चे को कहाँ बेचा गया था. जिसके बाद पुलिस ने एक साल की बच्ची को बचाया. बाद में उसे नलगोंडा के शिशु गृह में स्थानांतरित कर दिया गया.
आईवीएफ सेंटर का कर्मी और चार अन्य गिरफ्तार
हालांकि पुलिस को माता-पिता से इस बारे में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं मिली कि उन्होंने अपने नवजात को कहां बेचा था. पुलिस ने जेजे अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है और 2 अगस्त को नलगोंडा पुलिस ने हबीसीगुडा में आईवीएफ सेंटर में काम करने वाले बाबू रेड्डी और उसके सहयोगियों वी श्याम, ई माधवी, सी माधवी और एस वसंता को गिरफ्तार किया. दरअसल आरोपी ने नवजात के परिवार से संपर्क किया था और बच्ची को 3 लाख रुपये में बेचने का सौदा तय किया था. आरोपी के कबूलनामे के आधार पर बच्चा मिरयालगुडा में एक दंपत्ति के घर पर मिला. बालिका को बाल कल्याण विभाग के अधिकारियों को सौंप दिया गया है.
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