Hyderabad News: ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (GHMC) हैदराबाद में फास्ट फूड केंद्रों के खिलाफ विशेष अभियान चलाने के लिए कमर कस रहा है. गौरतलब है कि शहर के कुछ फास्ट फूड सेंटरों में फूड कलरिंग और अन्य एडिटिव्स मिलाने की शिकायत मिलने के बाद निगम ने यह फैसला लिया है.हालांकि फ्राइड राइस, नूडल्स, मंचूरियन, रोल आदि जैसे फास्ट फूड में मिलाए जाने वाले एडिटिव्स स्वाद में सुधार करते हैं, लेकिन ये ब्लडप्रेशर सहित कई हेल्थ समस्याओं की वजह भी बनते हैं.
फूड सैंपल को लैब में टेस्टिंग के लिए भेजा जा सकता है
बहरहाल इस मुद्दे को हल करने के लिए, निगम ने हैदराबाद में फास्ट फूड केंद्रों में भोजन की गुणवत्ता और रसोई की स्थिति की जांच के लिए एक टीम का गठन किया है. टीम भोजन की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए केंद्रों से कलेक्ट किए गए भोजन के सैंपल को लैब में टेस्टिंग के लिए भी भेज सकती है. फूड की क्वालिटी घटिया पाई जाने पर फास्ट फूड सेंटर के मालिक के खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा और 5 लाख रुपये तक का जुर्माना भी लगाया जा सकता है.
फास्ट फूड सेंटर भीड़-भाड़े वाले क्षेत्रों में हैं ज्यादा
बता दें कि हैदराबाद में, फास्ट फूड केंद्र ज्यादातर उन क्षेत्रों में स्थित हैं जहां छात्रों की संख्या ज्यादा है. शहर के कुछ ऐसे क्षेत्र अमीरपेट, दिलसुखनगर, सिकंदराबाद, कुकटपल्ली और हाईटेक सिटी ऐसे ही इलाकें हैं जहां ज्यादातर छात्र रहते हैं. हालांकि फास्ट फूड केंद्र भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में केंद्रित हैं, वे शहर के लगभग सभी हिस्सों में पाए जा सकते हैं.
ये भी पढ़ें
Hyderabad Rain Update: हैदराबाद में अगले चार दिन गरज के साथ बरसेंगे बादल, जानिए कितना रहेगा तापमान