Hyderabad Dengue Update: हैदराबाद शहर में कोरोना (Coroanavirus) की रफ्तार तो अब काबू में नजर आ रही है लेकिन कई और बीमारियां लोगों को अपनी चपेट में ले रही हैं. तेलंगाना के स्वास्थ्य अधिकारियों ने मंगलवार को कहा कि राजधानी हैदराबाद सहित राज्य में टाइफाइड, डायरिया और डेंगू जैसी मौसमी बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं. हालांकि, अधिकारियों ने ये भी कहा कि अब यहां कोवविड -19 कोई खतरा नहीं है और अब यह एंडेमिक हो गया है.
जुलाई के पहले 10 दिनों में डायरिया के 6 हजार गंभीर मामले आए
सार्वजनिक स्वास्थ्य निदेशक डॉ जी श्रीनिवास राव ने कहा कि जुलाई के पहले 10 दिनों में तेज डायरिया के 6,000 मामले दर्ज किए गए और मध्यम डायरिया के 600 मामले दर्ज किए गए थे. इसके अलावा डेंगू और टाइफाइड के मामलों में भी उछाल आया है.
सही लक्षणों का पता लगान के लिए टेस्ट जरूरी
मौसमी बीमारियों के मामलों में हो रहे इजाफे के साथ-साथ इनके कोविड -19 के लक्षणों में ओवरलैप की संभावना भी है. ऐसे में अधिकारी ने कहा कि सही लक्षणों का पता लगाने के लिए टेस्ट किए जाने चाहिए. उन्होंने कहा कि बेसिक सावधानियां बरतनी जरूरी हैं जैसे मास्क पहनना, मच्छरों को पनपने से रोकना और दूषित भोजन और पानी के सेवन से बचना आदि.
हैदराबाद सहित तमाम जिलों में बढ़ रहे टाइफाइड के मामले
बढ़ती मौसमी बीमारियों को एक हफ्ते से लगातार हो रही बारिश से जोड़ते हुए सार्वजनिक स्वास्थ्य निदेशक राव ने अस्पतालों को भर्ती के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि " हैदराबाद सहित तमाम जिलों में टाइफाइड के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. हमने मई में 2,797 मामले और जून और जुलाई में अब तक 2,752 मामले देखे हैं. वहीं डेंगू के मामले पहले से ही बड़ी संख्या में सामने आ रहे हैं और लगभग सभी जिलों में फैल रहे हैं, जिसमें 565 मामले अकेले जून में दर्ज किए गए हैं और जुलाई के पहले 10 दिनों में 222. इसके अलावा, जनवरी से अब तक मलेरिया के 203 मामले सामने आए हैं. "
डेंगू के बढ़ते मामलों को लेकर अधिकारी ने क्या दी सलाह
टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक डेंगू के बढ़ते मामलों को लेकर सार्वजनिक स्वास्थ्य निदेशक ने कहा कि, 10,000-20,000 प्लेटलेट काउंट वाले रोगियों का भी इलाज किया जा सकता है और घबराने की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि " डेंगू पूरी तरह से वेक्टर जनित बीमारी है, टाइफाइड से आसानी से बचा जा सकता है अगर लोग सावधानी बरतें और अनुपचारित पानी का सेवन करने से बचें. मैं स्ट्रीट फूड आउटलेट के मालिकों से यह सुनिश्चित करने की अपील करता हूं कि वे ट्रीटेड वॉटर, गर्म और ताजा भोजन ही सर्व करें."
कोविड-19 बन चुका है सीजनल बीमारी
वहीं कोविड-19 को लेकर अधिकारी ने कहा कि ये अब सीजनल बीमारी बन चुकी है और हमें अब इससे घबराने की जरूरत नहीं है. वर्तमान में राज्यम कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या 5 हजार है जिनमें से 50 मरीज अस्पताल में भर्ती हैं. वहीं राज्य में कोरोना से मौतें शून्य हो चुकी हैं. हालांकि फिर भी बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं और गंभीर बीमारियों वाले मरीजों को पूरा प्रिकॉशन लेना जरूरी है.
ये भी पढ़ें
Hyderabad News: लगातार हो रही बारिश से बेहाल हुआ हैदराबाद शहर, टाइगर सफारी पार्क को भी करना पड़ा बंद