Monkeypox in Hyderabad: मंकीपॉक्स के संदिग्ध लक्षणों वाले एक व्यक्ति को हैदराबाद के सरकारी फीवर अस्पताल में भर्ती कराया गया है. अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी. 6 जुलाई को कुवैत से अपने गृहनगर कामारेड्डी आए 40 साल के व्यक्ति को 20 जुलाई को बुखार हुआ. शरीर पर चकत्ते होने के बाद उसने शनिवार को एक निजी अस्पताल में संपर्क किया. इसे मंकीपॉक्स का मामला मानकर डॉक्टरों ने कामारेड्डी जिला अस्पताल रेफर कर दिया और वहां से रविवार को एंबुलेंस से हैदराबाद भेजा गया. उन्हें रविवार शाम फीवर अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
व्यक्ति के छह करीबी संपर्कों की भी पहचान कर ली गई
जन स्वास्थ्य निदेशक डॉ जी. श्रीनिवास राव ने कहा कि उनके नमूने पुष्टि के लिए नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी, पुणे भेजे गए थे. परीक्षण रिपोर्ट प्राप्त होने तक, वह अस्पताल में एक आइसोलेशन सुविधा में उपचाराधीन रहेगा. अधिकारी ने कहा कि व्यक्ति के छह करीबी संपर्कों की भी पहचान कर ली गई है. हालांकि उनमें कोई लक्षण नहीं हैं, लेकिन अधिकारियों ने एहतियात के तौर पर उन्हें आइसोलेशन में रखा है.
मंकीपॉक्स से लोगों को घबराने की जरूरत नहीं
जन स्वास्थ्य निदेशक ने कहा कि मंकीपॉक्स से लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि यह कोई जानलेवा बीमारी नहीं है. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री हरीश राव स्थिति की निगरानी कर रहे हैं और उन्हें निर्देश दे रहे हैं. उन्होंने कहा, "हम सभी आवश्यक उपाय कर रहे हैं."
तेलंगाना में मंकीपॉक्स का यह पहला संदिग्ध मामला है. पड़ोसी आंध्र प्रदेश ने 17 जुलाई को पहला संदिग्ध मामला दर्ज किया था. परिवार के साथ दुबई गए दो साल के बच्चे को लौटने पर त्वचा पर चकत्ते मिले. हालांकि, एनआईवी, पुणे भेजे गए नमूनों रिपोर्ट मंकीपॉक्स नेगेटिव आई.