इंदौर ने एक बार फिर रचा इतिहास, थैलेसीमिया की रोकथाम के लिए एक साथ 6500 छात्रों ने ली शपथ
Thalassemia: थैलेसीमिया जागरूकता कार्यक्रम में 6500 प्रतिभागियों ने सामूहिक तौर पर शपथ ली. प्रतिभागियों को शादी के लिए कुंडली मिलाने के साथ ब्लड टेस्ट कराने की भी शपथ दिलाई गई.
MP News: मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर (Indore) नवाचार के लिए जाना जाता है. एक बार फिर इंदौर शहर ने विश्व कीर्तिमान रच दिया. थैलेसीमिया (Thalassemia) बीमारी की रोकथाम के लिए सामूहिक शपथ ली गयी. इंदौर और देवास के छात्रों ने शपथ लेकर विश्व कीर्तिमान बनाया. थैलेसीमिया की रोकथाम के उद्देश्य से विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. इंदौर की मालवांचल और देवास की अमलतास यूनिवर्सिटी समेत थैलेसीमिया एंड चाइल्ड वेलफेयर ग्रुप के संयुक्त तत्वावधान में कार्यक्रम का आयोजन हुआ.
6500 प्रतिभागियों ने शादी के लिए कुंडली मिलाने और ब्लड टेस्ट कराने की शपथ ली. इंदौर संभागायुक्त दीपक सिंह कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे. उन्होंने छात्रों को थैलेसीमिया जागरूकता की शपथ दिलाई. अमलतास समूह के संस्थापक सुरेश सिंह भदौरिया ने बताया कि आज सामूहिक तौर पर थैलेसीमिया के प्रति जागरूकता की शपथ दिलाई गई. बीमारी का करियर होने पर वह दूसरे मरीज से शादी नहीं करेगा. शादी से पहले सुरक्षित रहने के लिए बल्ड टेस्ट करवाना चाहिए. इससे पहले विश्व रिकॉर्ड बनाने का इतिहास स्पेन के नाम रहा है.
इंदौर ने बनाया विश्व कीर्तिमान
स्पेन के 5400 छात्रों ने थैलेसीमिया जागरूकता की शपथ ली थी. अब इंदौर ने स्पेन के पुराने रिकॉर्ड को तोड़ दिया है. थैलेसीमिया जागरूकता के कार्यक्रम में 6500 छात्रों ने शामिल होकर शपथ ली. वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के संतोष शुक्ला ने बताया कि संख्या का आंकलन 15 दिनों में किया जाएगा. आज प्रोविजनल प्रमाण पत्र दिया गया है. सात दिन में संस्थान के छात्रों को फाइनल सर्टिफिकेट पहुंच जाएगा.
बता दें कि थैलेसीमिया अनुवांशिक बीमारी है. बीमारी बच्चों को माता-पिता से मिलती है. रोग के होने पर शरीर की हीमोग्लोबीन और लाल रक्त कोशिकाओं का उत्पादन क्षमता प्रभावित करता है. रोगी के शरीर में खून की कमी होने लगती है. थैलेसीमिया जागरूकता की सामूहिक शपथ लेकर इंदौर ने विश्व कीर्तिमान बनाया है.
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