Bageshwar Dham Holi 2023: होली नजदीक है और होली की तैयारी हर्ष और उल्लास के साथ जगह जगह दिख रही है. बागेश्वर धाम भी इस मामले में कोई अपवाद नहीं. बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर इस बार चर्चा के केंद्र बिंदु बने हुए है. इसलिए इस बार उम्मीद की जा रही है की बागेश्वर धाम में लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं होली के अवसर पर मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के बागेश्वर धाम में अपनी अर्जी लगाएंगे. इसी को ध्यान में रखते हुए होली महोत्सव आयोजन करने वाले कर्ता-धर्ता विशेष तैयारियां में जुटे हुए है. 


सुबह होती है विशेष पूजा 


पिछले साल भी बागेश्वर धाम में भव्य होली का आयोजन हुआ था. 2022 में बागेश्वर धाम सरकार के संग फूलो की होली खेली गयी थी. इस साल भी बाला जी दरबार के सभी भक्त श्रद्धालु को आमंत्रित किया गया है. आपको बता दे कि बागेश्वर धाम पर होली के दिन की शुरुआत विशेष पूजा से होती है. इसके बाद बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेन्द्र शास्त्री श्रद्धालुओं से मुलाकात करते है.  


होली के दिन धीरेन्द्र शास्त्री पड़ेंगे लोगों के पर्चे ?


मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बागेश्वर धाम में होली बुंदेली परंपरा के अनुसार मनाई जाती है. जिसमें होली की फागें गाई जाती हैं. खुद पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री फाग गाया करते हैं. बागेश्वर धाम के भोलेनाथ एवं बालाजी भगवान को सबसे पहले रंग, गुलाल, प्रसाद, ठंडाई, अर्पित की जाती है. उसके बाद होली का जश्न भव्य तरीके से खेला जाता है. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री खुद होली के रंगो में रंग जाते हैं . गुलाल लगाकर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री सभी के साथ होली मनाते हैं. बता दे कि होली के दिन भी धीरेन्द्र शास्त्री अपना दरबार लगते है. पर्चा बनाकर लोगों की समस्याओं को बताने और निराकरण करते हैं.



कब है होली?


होली के त्योहार में बस कुछ दिन ही बचे हैं. पर इस साल भी होली के पर्व की तिथि को लेकर कई लोगों के मन में दुविधा बनी हुई है. कुछ लोग होली का पर्व 7 मार्च का बता रहे है तो बाकी लोग 8 मार्च को. आपको बता दें कि पंचांग के अनुसार, फाल्गुन पूर्णिमा को प्रदोष काल में होलिका दहन होता है और उसके अगले दिन यानी चैत्र कृष्ण प्रतिपदा को होली खेली जाती है. हिंदू कैलंडर के अनुसार इस साल होलिका दहन 7 मार्च है और 8 मार्च को रंगों वाली होली खेली जाएगी.


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