MP News: इंदौर में सरकारी दफ्तरों के बाहर लोकायुक्त पुलिस की कड़ी नजर रहेगी. भ्रष्टाचार उन्मूलन की दिशा में लोकायुक्त पुलिस ने बड़ी पहल की है. डीजी लोकायुक्त जयदीप प्रसाद ने जागरूकता फैलाने के लिए सार्वजनिक स्थानों पर बोर्ड लगाने का निर्देश दिया था. लोकायुक्त एसपी राजेश सहाय ने बताया कि आदेश पर अमल शुरू हो गया है. सार्वजनिक स्थानों पर सरकारी दफ्तरों में भ्रष्टाचार की शिकायत के लिए बोर्ड लगाये गये हैं.
लोकायुक्त पुलिस का उद्देश्य भ्रष्टाचार के खिलाफ जनता को जागरूक करना है. जनता से आह्वान है कि सरकारी दफ्तरों में भ्रष्टाचार की शिकायत करने आगे आयें. लोकायुक्त एसपी राजेश सहाय ने बताया कि अब तक महाराजा यशवंत राव अस्पताल, इंदौर विकास प्राधिकरण, नगर निगम, एमपीईबी, कलेक्ट्रेट, जिला पंचायत परिसर और संभाग के अलग-अलग जिलों में बोर्ड लगवा दिए गए हैं. बोर्ड लगाने का उद्देश्य स्पष्ट है कि लोगों को शिकायत करने में आसानी होगी.
लोकायुक्त पुलिस ने सार्वजनिक स्थानों पर क्यों लगाये बोर्ड?
उन्होंने कहा कि अगर कोई सरकारी अधिकारी या कर्मचारी आपसे रिश्वत की मांग करता है या कर्मचारी भ्रष्टाचार को अंजाम दे रहे हैं तो दिये गये पते पर शिकायत करें. बता दें कि भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी के खिलाफ की गयी कार्रवाई से लोकायुक्त पुलिस अक्सर चर्चा में रहती है. फरियादियों की शिकायत पर लोकायुक्त पुलिस कार्रवाई करती है. रिश्वतख अधिकारी या कर्मचारी को जाल बिछाकर पकड़ा जाता है.
अब एक बार फिर नई पहल से लोकायुक्त पुलिस ने सुर्खियां बटोरी हैं. डीजी लोकायुक्त जयदीप प्रसाद ने जागरूकता सप्ताह के दौरान बोर्ड लगाने का निर्देश दिया था ताकि लोग भ्रष्टाचार की शिकायत करने आगे आ सकें. निर्देश का पालन करते हुए जगह जगह बोर्ड लगाने का सिलसिला शुरू हो गया है. अब इंदौर पुलिस सरकारी दफ्तरों पर कड़ी नजर रखेगी. लोगों को भ्रष्टाचार या रिश्वतखोरी की मुहिम में आगे आने का हौसला मिलेगा.
ये भी पढ़ें-
बुधनी उपचुनाव में शिवराज सिंह चौहान ने डाला वोट, झारखंड चुनाव पर किया बड़ा दावा