Indore Devi Ahilya Vishwavidyalaya: देवी अहिल्या विश्वविद्यालय (डीएवीवी) ने पंडित रमाबाई गर्ल्स हॉस्टल की वार्डन (Warden of Pt Ramabai Girls Hostel) को आखिरकार पद से हटा दिया है. बताया जा रहा है कि पीने योग्य पानी न पीने के कारण कुछ छात्राएं बीमार हो गईं थीं. बोर्डिंग सुविधा में खराब पेयजल व्यवस्था का आरोप लगाते हुए एबीवीपी कार्यकर्ताओं (ABVP Activists Staged Protest) ने मुख्य वार्डन ऑफिस पर विरोध प्रदर्शन भी किया था. कुलपति प्रोफेसर रेणु जैन ने घटना को गंभीरता से लेते हुए सुनीता गौर को वार्डन पद से हटा दिया. विश्वविद्यालय प्रशासन डीएवीवी की बोर्डिंग सुविधाओं के कुछ और केयरटेकर को हटाने पर भी विचार कर रहा है. लगभग एक महीने बाद आरोपों की जांच कर रही एक समिति ने अपनी रिपोर्ट सौंपी थी. 


इससे पहले वार्डन को मिल गई थी क्लीन चिट


खबरों के मुताबिक. लगभग एक महीने बाद आरोपों की जांच कर रही एक समिति ने अपनी रिपोर्ट सौंपी. रिपोर्ट में कथित तौर पर मुख्य वार्डन नम्रता शर्मा (Chief Warden Namrata Sharma) को क्लीन चिट दी गई थी. लेकिन कहा गया कि बोर्डिंग सुविधाओं (Boarding Facilities) में सुधार की आवश्यकता है. लगभग चार दिन पहले कम से कम तीन छात्राएं हॉस्टल में पानी पीने के बाद बीमार पड़ गई थीं, जिसके बाद प्रशासन में हड़कंप में मच गया. कुलपति  रेणु जैन ने इस मामले को गंभीरता से लिया और जांच के आदेश दिए.


वीसी ने सुनीता गौर को वार्डन पद से हटाया


कुलपति प्रोफेसर रेणु जैन (Vice-Chancellor Prof Renu Jain) ने घटना को गंभीरता से लेते हुए सुनीता गौर को वार्डन पद से हटा दिया. विश्वविद्यालय प्रशासन डीएवीवी की बोर्डिंग सुविधाओं के कुछ और केयरटेकर को हटाने पर भी विचार कर रहा है. हालांकि, वीसी ने फिलहाल नामों का खुलासा नहीं किया है. उन्होंने कहा, "जो भी उम्मीदों पर खरा नहीं उतर रहा है, उसे जाना होगा."


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