MP Crime News: इंदौर में बी फार्मा के छात्र ने फांसी का फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली. परिजनों ने इंग्लिश की कोचिंग टीचर पर गंभीर आरोप लगाये हैं. भागीरथपुरा में रहने वाला गौरव हाड़ा बी फार्मा के अंतिम वर्ष का छात्र था. उसने अंग्रेजी मजबूत करने करने के लिए नंदा नगर की कोचिंग में एडमिशन लिया. पढ़ाई के दौरान कोचिंग की इंग्लिश टीचर गौरव पर दिल हार बैठी. गौरव के पिता राजू हाड़ा ने बताया कि दोनों में सोशल मीडिया के माध्यम से बातचीत होने लगी.
आरोप है कि बातचीत के दौरान इंग्लिश टीचर ने आपत्तिजनक बातें करना शुरू कर दी. छात्र ने पढ़ाई पर ध्यान देने के लिए महिला टीचर का मोबाइल नंबर ब्लॉक कर दिया. बताया जाता है कि छात्र की बेरुखी से नाराज इंग्लिश टीचर ने थाने में रेप का आवेदन दे दिया. घबराये बी फार्मा के छात्र ने घर में फांसी लगाकर जान दे दी. परिजनों ने बताया कि पुलिस वालों को बेटे ने सबूत देने की कोशिश की. सबूत महिला टीचर के खिलाफ जा रहे थे. पुलिस ने बेटे की फरियाद नहीं सुनी. उन्होंने आरोप लगाया कि महिला थाने की पुलिस ने 45 हजार रुपये लेने के बाद जाने दिया.
बी फार्मा के छात्र ने की खुदकुशी
पीड़ित परिवार का कहना है कि महिला टीचर ब्लैकमेल कर गौरव से रुपये हड़प रही थी. रुपये देने से मना करने पर इंग्लिश टीचर ने महिला थाने में रेप की झूठी शिकायत दर्ज कराने की धमकी दी. पुलिस ने रिश्वत लेकर मामले को रफा दफा किया. घटना के विरोध में परिजनों ने गौरव का शव साउथ तुकोगंज इलाके में रखकर चक्काजाम भी किया. पीड़ित परिवार दोषी पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की मांग कर रहा है. मृतक के पिता राजू हाडा का कहना है कि इंग्लिश की टीचर गौरव से 5 साल बड़ी थी.
इंग्लिश की टीचर पर लगे आरोप
उन्होंने कहा कि संबंध बनाने के लिए गौरव पर दबाव डाला जा रहा था. चैटिंग का स्क्रीनशॉट भी पीड़ित परिवार के पास है. इंग्लिश टीचर गौरव के मोबाइल पर आपत्तिजनक मैसेज भेज रही थी. मृतक के पिता राजू सब्जी का ठेला लगाते हैं. परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है. बताया जाता है कि पिता ने रिश्वत की रकम भी उधार लेकर दिए थे. इंग्लिश टीचर की प्रताड़ना से तंग आकर गौरव ने आत्मघाती कदम उठा लिया. महिला थाना प्रभारी कौशल्या चौहान ने परिजनों के आरोप को बेबुनियाद बताया है.
उन्होंने कहा कि गौरव हाड़ा की मौत के मामले में बाणगंगा पुलिस जांच कर रही है. पीड़ित परिवार के पुलिस पर आरोप सरासर गलत हैं. अगर पुलिस उनकी सुनवाई नहीं करती तो महिला टीचर की शिकायत पर रेप का मुकदमा दर्ज हो जाता. पुलिस ने दोनों पक्षों की सुनवाई के बाद फैसला लिया कि महिला टीचर गलत बोल रही है, इसलिए एफआईआर दर्ज नहीं की गई. मामले में और बिंदु सामने आने पर जांच की जाएगी.
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