Jaya Kishori: माना जाता है की आज धरती पर कलियुग चल रहा है. कलियुग की शुरुआत भगवन कृष्णा के धरती छोड़ने पर शुरू हुआ था. कहा जाता है कि इस युग में अधर्म धर्म पर हावी होता है. इसमें धरती पर हर जगह तकलीफ होती है. कथा वाचक जया किशोरी का एक वीडियो वायरल हो रहा है. इसमें वो रामचरितमानस से जुड़ा एक किस्सा बता रही है. उस किस्से में कलियुग की सबसे अच्छी चीज का उल्लेख है.
राजा परीक्षित और कलियुग कथा
ये प्रसंग पांडु अर्जुन के पौत्र और वीर अभिमन्यु के पुत्र राजा परीक्षित का है. जया किशोरी ने बताया की इस प्रसंग में राजा परीक्षित ने पहली बार कलियुग को देखा था. प्रसंग में था की राजा परीक्षित ने नदी के तट पर एक बैल और गऊ को बात करते हुए सुना. इसमें बैल धर्म का और गऊ धरती माता का प्रतीक है. वो दोनों उस समय की निर्दयी दुनिया की बात कर रहे थे. वो उस समय के अधर्म, पाप, झूठ, चोरी, कपट, दरिद्रता की बात कर रहे होते है. तभी एक काला व्यक्ति (कलियुग) उस गऊ और बैल को मारता है. जया किशोरी बताती है कि राजा परीक्षित को कलियुग बिल्कुल अच्छा नहीं लगा. वो उसे मारने के लिए आगे बढ़े. तब कलियुग ने कहा कि माना की मेरे अंदर अवगुण है लेकिन मेरा एक सबसे बड़ा गुण है.
कलियुग का ये फायदा है
जया किशोरी ने बताया कि कलियुग ने राजा परीक्षित को बताया कि कलियुग में एक अच्छा गुण है. वो ये की कलियुग का समय भगवन को पाने का सबसे आसान युग है. जया किशोरी रामचरितमानस की एक चौपाई के अंश उल्लेख करती है - कलियुग केवल नाम अधारा. इसका मतलब है कि कलियुग में भगवान को पाने के लिए कोई लम्बे चौड़े यज्ञ, हवन, पूजा और विधि विधान की जरूरत नहीं पड़ेगी. केवल भगवान नाम, हरी नाम से ही मुक्ति संभव है. वायरल वीडियो को काफी लोग पसंद कर रहे है.
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