Narmada River Ambulance: मध्य प्रदेश के धार-आलीराजपुर जिले की सीमा स्थित डही से लगे ककराना गांव में 19 मार्च को 'नदी एंबोलेंस' का लोकार्पण हुआ. यह राज्य की चिकित्सा के क्षेत्र में नई पहल है. नदी के किनारे रह रहे जिन लोगों तक सड़क के रास्ते से चिकित्सक मदद नहीं मिल पा रही थी, उनको इससे काफी लाभ मिलेगा. इसका उद्देश्य पहाडी इलाकों के आदीवासी लोगों को सुलभ चिकित्सा मुहैया कराना है. इसकी मदद से ज्यादा से ज्यादा ग्रामीण लोग उपचार करा सकेंगे. बता दे कि इस एंबोलेंस में हाई टेक सुविधाएं मिलेगी. विशेष बात यह है कि नदी के रास्ते चलने वाली इस एम्बुलेंस का लाभ गरीब और वंचित लोग सजता से उठा पाएंगे. सेवा के उद्घाटन के समय बताया गया कि ये सेवा निशुल्क है. 


किस दिन कहां मिलेगी एम्बुलेंस ?


नदी के रास्ते चलने वाली इस एम्बुलेंस को नर्मदा समग्र संस्था संचालित करेगी. इस एम्बुलेंस की रफ्तार 20 किलोमीटर प्रति घंटे की है. इस रफ्तार से ग्रामीण क्षेत्र में जल्द से जल्द प्राथमिक उपचार पहुंचाया जा सकेगा. यह एम्बुलेंस सप्ताह में पांच दिन चलेगी. नदी पर चलने वाली एम्बुलेंस हर दिन अलग इलाके में पहुंचेगी.  एम्बुलेंस बुधवार और गुरुवार को धार जिले के तटों पर रहेगी. इसके बाद शुक्रवार को एम्बुलेंस आलीराजपुर जिले में पहुंचेगी . रविवार को सरदार सरोवर के बैक वाटर के गांवों में यह रिवर एंबुलेंस चलाई जाएगी.


आदिवासियों को निशुल्क सेवा को लाभ मिलेगा


विशेष बात यह है कि 'नदी एम्बुलेंस' में प्राथमिक उपचार, 10 ऑक्सीजन सिलेंडर, किट और जरूरी दवाएं हमेशा मौजूद रहेंगी. इसके अलावा इस एम्बुलेंस में हमेशा चिकित्सक मौजूद रहेंगे. एम्बुलेंस के उद्घाटन अवसर पर पहुंचे उद्योग मंत्री राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव ने कहा कि नर्मदा सम्रग न्यास द्वारा आयोजित 'नदी एम्बुलेंस' की यह निशुल्क स्वास्थ्य सेवा सरदार सरोवर बैकवॉटर से डूब प्रभावित क्षेत्र के आदिवासियों के लिए बहुत महत्वपूर्ण साबित होगी. 


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