Maharashtra Politics: शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘‘शॉर्टकट राजनीति’’ से संबंधित टिप्पणी की आलोचना की और एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले खेमे के साथ मिलकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सरकार बनाए जाने के तरीके पर सवाल उठाते हुए कहा कि आपने भी तो सत्ता हथियाने के लिए शॉर्टकट तरीका अपनाया, आप भी पांच साल चुनाव तक रुक सकते थे.
प्रधानमंत्री मोदी ने 75,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करने के बाद रविवार को नागपुर में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि 'देश का विकास शॉर्टकट राजनीति के माध्यम से नहीं हो सकता और कुछ राजनीतिक दल देश की अर्थव्यवस्था को नष्ट करने की कोशिश कर रहे हैं तथा लोगों को ऐसे राजनीतिक नेताओं और दलों को बेनकाब करना चाहिए.'
पीएम मोदी के बयान पर शिवसेना का तंज
प्रधानमंत्री की इस टिप्पणी को 'हास्यास्पद' करार देते हुए, शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) की प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, 'अवैध एवं असंवैधानिक सरकार बनाने के लिए शॉर्टकट राजनीति संविधान, देश के संघीय ढांचे, लोकतंत्र और एजेंसियों को कमजोर कर रही है.'
उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली तत्काली शिवसेना में बगावत के बाद जून में बनी एकनाथ शिंदे-देवेंद्र फडणवीस सरकार के संदर्भ में चतुर्वेदी ने कहा, ''आप (बीजेपी) चुनाव के लिए पांच साल तक इंतजार कर सकते थे और फिर अपना बहुमत हासिल कर सकते थे. लेकिन क्या आपने जो किया है वह शॉर्टकट लाभ, शॉर्टकट राजनीति का परिणाम है, जो संवैधानिक नैतिकता को नुकसान पहुंचाता है.' उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में वर्तमान में एक मुख्यमंत्री है जिसकी पार्टी पंजीकृत भी नहीं है.
बता दें कि महाराष्ट्र में शिवसेना में विभाजन के बाद, शिंदे गुट 'बालासाहेबंची शिवसेना' नाम से जाना जा रहा है, जबकि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाला गुट शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) है.