Indore Pulse Polio Campaign: बच्चों का टीकाकरण करने और देश को जानलेवा बीमारी से सुरक्षित रखने के उद्देश्य से रविवार से जिले भर में एक और पल्स पोलियो अभियान शुरू किया जा रहा है. इस अभियान के तहत बच्चों को पोलियो की दवा पिलाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ही नहीं अन्य विभाग भी समन्वय स्थापित करेंगे.
पहले दिन पांच साल से कम उम्र के बच्चों को कवर किया जाएगा
बूथ स्तर पर शुरू किए गए अभियान के पहले दिन पांच साल से कम उम्र के बच्चों को कवर किया जाएगा. मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ तरुण गुप्ता के अनुसार, विभाग को जिले के 5 लाख 60 हजार बच्चों को पोलियो की दवा पिलाने का लक्ष्य सौंपा गया है.दो दिवसीय अभियान के तहत उनका लक्ष्य पहले ही दिन 80 प्रतिशत से अधिक को कवर करना है.
18 सितंबर को बूथों पर होगी अभियान की शुरुआत
उन्होंने कहा, “हम पैरामेडिकल और नर्सिंग छात्रों और अपने स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की मदद से जिले भर में स्थापित किए जाने वाले 3 हजार 738 बूथों पर पोलियो की दवा पिलाने का लक्ष्य बना रहे हैं. पहले दिन यानि 18 सितंबर को हम बूथों पर अभियान की शुरुआत करेंगे और अगले दिन कार्यकर्ता घर-घर जाकर उन लोगों को दवा पिलाएंगे जो रविवार को बूथ तक नहीं पहुंच पाए.”
2014 में WHO ने भारत को घोषित किया था पोलियो मुक्त
अधिकारी ने आगे बताया कि पोलियो के खिलाफ टीकाकरण देश में 1978 में टीकाकरण पर विस्तारित कार्यक्रम (ईपीआई) के साथ शुरू हुआ था. भारत में जंगली पोलियो के अंतिम मामले 13 जनवरी, 2011 को पश्चिम बंगाल और गुजरात में दर्ज किए गए थे. 27 मार्च 2014 को, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने भारत को पोलियो मुक्त देश घोषित किया, क्योंकि तब से जंगली पोलियो का कोई मामला सामने नहीं आया है.
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