Coronavirus Kolkata Latest Update: कोलकाता में कोरोना वायरस महामारी के मामले अब तेजी से बढ़ने लगे हैं. बढ़ते हुए मामलों से चिंता इसलिए और बढ़ जाती है क्योंकि अब ज्यादा संख्या में मरीज अस्पतालों में भर्ती हो रहे हैं. शहर के कम से कम तीन निजी अस्पतालों में वर्तमान में एक दर्जन कोरोना के मरीज भर्ती हैं. बड़ी बात यह है कि लगभग दो महीने तक अस्पतालों में कोई कोरोना का मरीज भर्ती नहीं था. शहर का पॉजिटिविटी रेट भी बढ़ने लगा है.
विशेषज्ञों ने जारी की चेतावनी
टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक, विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि अगर मामले बढ़ते रहे तो अस्पताल में भर्ती मरीजों की संख्या बढ़ती चली जाएगी. कोलकाता के कम से कम तीन निजी अस्पतालों में दो महीनों के बाद इस सप्ताह एक दर्जन कोरोना मरीजों को भर्ती कराया गया है. वुडलैंड्स, पीयरलेस और एएमआरआई अस्पताल में 12 जून से अबतक 12 कोरोना मरीजों को भर्ती किया गया है, जबकि वुडलैंड्स और एएमआरआई अस्पताल में पिछले दो महीनों से कोरोना का कोई मरीज भर्ती नहीं था. इन 12 मरीजों में से एक मरीज आईसीयू में भर्ती है.
दो को छोड़कर बाकी में हल्के लक्ष्ण
एएमआरआई के सीईओ रूपक बरुआ ने टीओआई को बताया, "पिछले तीन दिनों में अस्पताल में जितने मरीजों को भर्ती कराया गया है, उनमें दो लोगों को छोड़कर बाकी सभी में हल्के लक्ष्ण हैं.'' कोरोना से संक्रमित एक सात साल के बच्चे को पीयरलेस अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इस बच्चे का अस्पताल में एक अलग केबिन में इलाज चल रहा है और उसके साथ उसकी मां भी है, जिनकी रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है. डॉक्टर ने बताया कि बच्चे में बहुत हल्के लक्षण हैं और दो दिनों तक बुखार रहने के बाद उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई.
आरएन टैगोर इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डिएक साइंसेज (RTIICS) में बुधवार से रोजाना एक मरीज का टेस्ट पॉजिटिव आया है. इसके जोनल हेड आर वेंकटेश का कहना है कि इससे पहले हमारी प्रयोगशाला में तीन महीने तक शायद एक भी मरीज पॉजिटिव नहीं पाया गया था. RTIICS फिलहाल एक दिन में लगभग 25 नमूनों का टेस्ट कर रहा है.
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