Kolkata Durga Puja 2022: यूनाइटेड नेशंस एजुकेशनल साइंटिफक एंड कल्चरल ऑर्गेनाइजेशन (UNESCO) ने ममता बनर्जी सरकार द्वारा 1 सितंबर को होने वाले पूर्व-दुर्गा पूजा समारोह में भाग लेने के निमंत्रण को स्वीकार कर लिया है. गौरतलब है कि दिसंबर 2021 में, पश्चिम बंगाल के सबसे बड़े त्योहार को संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी ने "मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की प्रतिनिधि सूची" में शामिल करते हुए हैरिटेज टैग दिया था.
एरिक फाल्ट ने दुर्गा पूजा में एजेंसी की भागीदारी की पुष्टि की
बता दें कि मंगलवार को, भारत, भूटान, मालदीव और श्रीलंका के निदेशक और यूनेस्को के प्रतिनिधि एरिक फाल्ट ने एजेंसी की दुर्गा पूजा में भागीदारी की पुष्टि करते हुए राज्य के मुख्य सचिव को एक पत्र भेजा. फाल्ट ने पत्र में लिखा है, "पश्चिम बंगाल और हमारे संगठन के बीच अद्वितीय और महत्वपूर्ण संबंधों की मान्यता में, महानिदेशक को मेरी और टिम कर्टिस, अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की सुरक्षा के लिए 2003 कन्वेंशन के सचिव की भागीदारी को निर्देशित करने में प्रसन्नता हो रही है. इस प्रकार, मैं इस अवसर पर उत्सव में हमारी संयुक्त भागीदारी की पुष्टि करता हूं.”
फोरम फॉर दुर्गोत्सव यूनेस्कों को धन्यवाद देने के लिए रैली करेगा
गौरतलब है कि राज्य भर में हर साल लगभग 37 हजार सामुदायिक पूजा का आयोजन किया जाता है.इनमें से करीब 2,500 कोलकाता में आयोजित किए जाते हैं. कई संगठनों ने यूनेस्को से त्योहार को मान्यता देने का आग्रह किया था. बता दें कि फोरम फॉर दुर्गोत्सव जो कि शहर और उसके आसपास के क्षेत्रों में लगभग 500 प्रमुख दुर्गा पूजाओं का मंच है वह पूजा को हैरिटेज का टैग देने के लिए यूनेस्को को धन्यवाद देने के लिए 1 सितंबर को एक मेगा रैली का आयोजन करेगा. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इसमें शामिल होने की संभावना है.
दुर्गा पूजा अक्टूबर के पहले सप्ताह में होगी
बता दें कि इस बार दुर्गा पूजा अक्टूबर के पहले सप्ताह में होगी.2020 और 2021 में, कलकत्ता उच्च न्यायालय ने कोविड -19 महामारी के कारण पंडाल हॉपर और पूजा समितियों की आवाजाही पर कई प्रतिबंध लगा दिए थे. लेकिन इस साल कोलकाता समेत पूरे बंगाल में काफी उत्साह के साथ दुर्गा पूजा मनाई जाएगी.
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