Durga Puja 2022: पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता (Kolkata) में दुर्गा पूजा (Durga Puja) की तैयारियां जोरों-शोरों पर हो रही हैं. शहर में जगह-जगह पर अलग-अलग थीम पर पंडाल बनाए जा रहे हैं. गौरतलब है कि पंडाल बनाने में शामिल समुदाय हर साल नई पूजा थीम लाते हैं जो अद्वितीय और अभिनव होती हैं. श्रीभूमि स्पोर्ट्स क्लब भी अपनी अलग तरह की थीम वाले पंडाल के लिए जाना जाता है. हमेशा की तरह इस साल भी श्रीभूमि स्पोर्ट्स क्लब ने एक अलग थीम के रूप में 'वेटिकन सिटी' को चुना है. राजधानी के बिधानर में स्थित क्लब अपनी स्वर्ण जयंती भी मना रहा है.
पंडाल के जरिए रोम की वेटिकन सिटी के बारे में जान पाएंगे लोग
राज्य के अग्निशमन मंत्री और क्लब के अध्यक्ष सुजीत बोस ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया, " अपना 50वां वर्ष मना रहे श्रीभूमि स्पोर्टिंग क्लब ने इस बार पंडाल का विषय वेटिकन सिटी का सेंट पीटर्स बेसिलिका रखा है." सभी ने रोम में वेटिकन सिटी के बारे में सुना है, लेकिन कुछ ही लोग इसे देख पाए हैं, बोस ने कहा, वेटिकन सिटी जाने की उनकी इच्छा इस साल उनके पंडाल के माध्यम से पूरी होगी. उन्होंने आगे कहा, "इस पंडाल को बनाने में 60 दिन लगे. 100 से ज्यादा कारीगरों ने इस पर काम किया है. पिछले साल हमने बुर्ज खलीफा बनाया था. भीड़ प्रबंधन के लिए सभी इंतजाम किए गए हैं."
सप्ताह भर चलता है दुर्गोत्सव
दुर्गा पूजा हिंदूओं के लिए विशेष रूप से बंगाली हिंदुओं के लिए एक महत्वपूर्ण त्योहार है. देवी दुर्गा के प्रत्येक रूप को समर्पित सप्ताह भर चलने वाले उत्सव के लिए पूरे देश में पंडाल स्थापित किए जाते हैं. पूजा, एक शुभ घटना, बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है क्योंकि यह महिषासुर पर हिंदू देवी दुर्गा की जीत का जश्न मनाती है. दुर्गा पूजा आश्विन मास को पड़ती है, जो आमतौर पर अक्टूबर और सितंबर के बीच होता है और इसे दुर्गोत्सव या शारदोत्सव भी कहा जाता है. भक्त नए वस्त्र पहनते हैं, आरती करते हैं, मंदिरों में जाते हैं, मिठाइयां बाँटते हैं, अपने घरों की सफाई करते हैं, और कुछ इस त्योहार के दौरान देवी का आभार व्यक्त करने के लिए उपवास भी करते हैं.
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