Kolkata Crime News: कोलकाता महानगर में अपराधी चोरी करने के नए-नए तरीके अपना रहे हैं ताकि पुलिस की गिरफ्त में ना आ सकें. हालांकि पुलिस भी अपराधियों से दो कदम आगे चल रही है और उनके नापाक मंसूबों पर पानी फेर रही है. ताजा मामले में शहर के डिटेक्टिव डिपार्टमेंट ने कांचरापाड़ा से सिंथी डाकघर के एक पूर्व पोस्टमास्टर को गिरफ्तार किया है. आरोप है कि पूर्व पोस्टमास्टर ने इलेक्ट्रॉनिक डेटा में हेरफेर की थी. इतना ही नहीं उसने 32 फेक सेविंग अकाउंट खोले और 5.6 करोड़ रुपये की हेराफेरी करने के लिए जाली दस्तावेजों का इस्तेमाल भी किया था.
आरोपी ने कई स्कीम से जुड़े 542 खातों से निकाले थे पैसे
आरोपी कौशिक पाल (45) को सोमवार को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया गया जहां से उसे पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है. मामले को लेकर जॉइंट सीपी (क्राइम) मुरलीधर शर्मा ने बताया कि, "आरोपी ने नेशनल सेविंग टाइम डिपॉडिट अकाउंट्स (TD), नेशनल सेविंग मंथली इनकम अकाउंट्स एमआईएस और नेशनल सेविंग रिकरिंग डिपॉजिट अकाउंट्स (RD) जैसी विभिन्न योजनाओं से संबंधित 542 खातों से पैसे निकाले थे. खाते 83 ग्राहकों के थे जो कि ऑरिजनली मैनुअल लेज़र में बंद थे. "
तीन साल की लंबी जांच के बाद गिरफ्तार हुआ आरोपी
पुलिस सूत्रों ने दावा किया कि मामला मूल रूप से 23 अक्टूबर को सिंथी पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया था. शर्मा ने कहा, "हमने एक लोक सेवक या बैंकर द्वारा धोखाधड़ी, जालसाजी और आपराधिक विश्वासघात की विभिन्न धाराओं के साथ आपराधिक साजिश के तहत मामला दर्ज किया था. " वहीं एक जांच कार्यालय ने बताया, "हमने मुख्य आरोपी की पहचान स्थापित करने और सबूत इकट्ठा करने के लिए तीन साल की लंबी जांच की. इसके लिए, हमने कौशिक को मुख्य आरोपी के रूप में पहचानने से पहले खाताधारकों से बात की और फोरेंसिक ऑडिट किया था. "
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