Kolkata Dengue Cases: कोलकाता में कोरोना (Coronavirus) के खतरे के बीच डेंगू (Dengue) के मामलों में भी तेजी से इजाफ हो रहा है. पिछले एक हफ्ते में कोलकाता (Kolkata) के कई प्राइवेट अस्पतालों में डेंगू के मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है. वहीं कुछ अन्य स्थानों पर, मरीजों की संख्या स्थिर बनी हुई है और नए भर्ती और डिस्चार्ज लगभग समान हैं जो दर्शाता है कि कम्यूनिटी में डेंगू फैल रहा है.
कोलकाता में डेंगू से इस साल एक मरीज की हुई है मौत
गौरतलब है कि कोलकाता में इस साल मानसून की बारिश अब तक बार-बार होने वाली बूंदाबांदी तक ही सीमित रही है. ऐसे में रूके हुए पानी में डेंगू के मच्छर को पनपने का मौका मिला है. वहीं अस्पतालों और डॉक्टरों को ट्रांसमिशन में इजाफा होने का डर है और इसलिए रोगियों की संख्या में भी बढ़ोतरी होती है. वहीं बता दें कि कोलकाता में इस सीजन में अब तक डेंगू से एक मौत हुई है.
किस अस्पताल में कितने मरीज हैं भर्ती
वहीं टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक शहर के पीयरलेस अस्पताल में एक सप्ताह में डेंगू के सात मरीज भर्ती हुए हैं. सीईओ सुदीप्त मित्रा ने कहा, "हालांकि 3-4 मरीजों को छुट्टी दे दी गई है, हम और अधिक मरीजों के भर्ती होने को लेकर ए तैयार हो रहे हैं." वहीं वुडलैंड्स मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ रूपाली बसु ने कहा, "इस समय हमारे पास डेंगू के चार मरीज भर्ती हैं. पिछले एक पखवाड़े से यह संख्या एक से छह के बीच रही है." इधर आरएन टैगोर इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डिएक साइंसेज में अब तीन मरीज भर्ती हैं, जबकि पिछले सप्ताह तक इसमें कोई मरीज नहीं था.
डेंगू का वायरस डेढ़ महीने तक सक्रिय रह सकता है
टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक पीयरलेस हॉस्पिटल के माइक्रोबायोलॉजिस्ट भास्कर नारायण चौधरी ने कहा कि वायरस शहर में कम से कम डेढ़ महीने तक सक्रिय रह सकता है. उन्होंने कहा कि इस साल डेंगू के मामले गंभीर हैं. चौधरी ने कहा, "पिछले दो वर्षों की तुलना में इस बार हमारे पास तेज बुखार और प्लेटलेट ड्रॉप के अधिक मरीज हैं. "
डेंगू के मरीजों की संख्या हो सकती है ज्यादा
वहीं आईपीजीएमईआर के प्रोफेसर दीपेंद्र सरकार ने कहा कि निर्माण स्थलों के प्रसार के कारण जहां बारिश का पानी इकट्ठा होता रहता है, एडिज इजिप्टी लार्वा के प्रजनन की जांच करना मुश्किल हो गया है. सरकार ने कहा, "यह एक कारण है कि पिछले एक दशक में न्यू टाउन, साल्ट लेक और ईएम बाईपास के साथ वाले स्थान सबसे ज्यादा प्रभावित और महामारी से प्रभावित हुए हैं." उन्होंने आगे कहा कि डेंगू के मरीजों की संख्या वास्तव में अब तक की रिपोर्ट की तुलना में बहुत ज्यादा हो सकती है.
रोकथाम के उपाय मामलों को रोकने में मदद कर सकते हैं
पीयरलेस हॉस्पिटल के माइक्रोबायोलॉजिस्ट भास्कर नारायण चौधरी चौधरी ने कहा कि डेंगू की रोकथाम के उपाय मामलों को रोकने में मदद कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि बारिश के पानी को जमा होने से रोकने के अलावा मच्छरों के काटने पर रोक लगाने के लिए भी कदम उठाए जाने चाहिए.
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