Kolkata News: कोलकाता शहर की यातायात पुलिस (Traffic Police) ने 100 ऐसी जगहों की लिस्ट तैयार की है जहां की सड़कों को मरम्मत की सख्त जरूरत है. दरअसल ट्रैफिक पुलिस दुर्गा पूजा (Durga Puja) से पहले ईएम बाईपास, सीआर एवेन्यू, डायमंड हार्बर रोड और नारकेलडांगा रोड जैसी कुछ व्यस्त सड़कों सहित 100 स्थानों की लिस्ट तैयार कर रही है.ये लिस्ट केएमसी और अन्य एजेंसियों जैसे केएमडीए और कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट को प्रस्तुत की जाएगी ताकि वे जल्द से जल्द इन सड़कों पर मरम्मत का काम पूरा कर सकें.
शुक्रवार तक फाइनल लिस्ट जारी होने की संभावना
पुलिस ने स्पॉट की तस्वीरें भी उपलब्ध कराई हैं. गौरतलब है कि सड़कों पर रोज पेट्रोलिंग के आधार पर 25 ट्रैफिक गार्डों द्वारा तय किए गए स्पॉट लालबाजार में संकलित किए गए हैं. शुक्रवार तक फाइनल लिस्ट जारी होने की संभावना है.
किन सड़कों को किया गया है लिस्ट में शामिल
वहीं लालबाजार के सूत्रों ने कहा कि स्पॉट्स उत्तर, पूर्व और दक्षिण कोलकाता के अतिरिक्त क्षेत्रों के बीच लगभग समान रूप से विभाजित हैं. बड़े तीन (बाईपास, सीआर एवेन्यू और डीएच रोड) के अलावा मेंशन की गई कुछ सड़कों में जेएम एवेन्यू, केके टैगोर स्ट्रीट, नारकेलडांगा रोड, सीजीआर रोड, एनएससी बोस रोड, बीरेन रॉय रोड और हरिदेवपुर एमजी रोड, एसपी मुखर्जी रोड, देशप्राण सशमल रोड, सेंट्रल एवेन्यू और स्ट्रैंड बैंक रोड पर छोटे हिस्सों भी लिस्ट में शामिल किए गए हैं. वहीं लालबाजार के एक अधिकारी ने दावा किया, "ईएम बाईपास, सीआर एवेन्यू और जेएम एवेन्यू पर पैचवर्क शुरू हो गया है, लेकिन बारिश बिटुमिन लेयर के लिए समस्या बनी हुई है."
हर साल दुर्गा पूजा से पहले सड़कों की मरम्मत की जाती है
गौरतलब है कि दुर्गा पूजा से पहले सड़कों की मरम्मत हर साल की जाती है, लेकिन इस साल, प्रक्रिया तेज कर दी गई है क्योंकि पुलिस 22 अगस्त को मुख्यमंत्री द्वारा स्थापित दुर्गा पूजा समन्वय बैठक से पहले डेटा के साथ तैयार रहना चाहती है. वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि पूरी लिस्ट में उन सभी हिस्सों को शामिल किया गया है जिन्हें ज्यादा मरम्मत की जरूरत और जिन्हें मामूली पैचवर्क की जरूरत है. पुलिस विशेष रूप से बंदरगाह और अतिरिक्त क्षेत्रों में सड़कों के बारे में भी चिंतित है जो खराब स्थिति में हैं और यातायात के लिए परेशानी का सबब बन रही हैं. उत्तरी कोलकाता ट्रैफिक गार्ड के एक अधिकारी ने कहा, "8-10 इंच गहरे गड्ढे, जो ज्यादातर बारिश के पानी के जमा होने के कारण बनते हैं, विशेष रूप से दोपहिया सवारों के लिए खतरनाक साबित हो रहे हैं."
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