Kolkata CNG Stations: ग्रेटर कोलकाता क्षेत्र में सीएनजी स्टेशन (CNG Station) की संख्या बढ़ने वाली है. दरअसल मार्च 2023 के लास्ट तक 10 और सीएनजी स्टेशन यहां होंगे, जिससे कुल स्टेशनों की संख्या 15 हो जाएगी.वहीं राज्य भर में, 42 नए सीएनजी स्टेशन तब तक काम करना शुरू कर देंगे, और इनकी संख्या 73 हो जाएगी. गौरतलब है कि एचपीसीएल द्वारा मंगलवार को आयोजित सीएनजी और सिटी गैस ड्रिस्ट्रिब्यूशन के दौरान हुई चर्चा में इस बात का खुलासा हुआ है.
ग्रेटर कोलकाता के कमांड क्षेत्र में 7 सीएनजी आउटलेट हैं
बंगाल गैस के हेड ऑपरेशन और मार्केटिंग, पी के बिस्वास ने बताया कि इसके ग्रेटर कोलकाता के अपने कमांड क्षेत्र में अब सात सीएनजी आउटलेट हैं, जिसमें पूरे केएमसी क्षेत्र, बारासात तक उत्तर 24 परगना, दक्षिण 24 परगना में न्यू टाउन और बज बज के साथ शहर से सटे हुगली के कुछ हिस्से शामिल हैं. बता दें कि बंगाल गैस ग्रेटर कलकत्ता गैस आपूर्ति और गेल के बीच कोलकाता और आसपास के क्षेत्रों में सीएनजी और सिटी गैस वितरण के लिए एक जॉइंट वेंचर है. इकाई ने उरबाना सहित शहर के कुछ आवास परिसरों में पाइप्ड गैस (पीएनजी) भी पेश की है.
सीएनजी नेटवर्क के विस्तार में क्या है दिक्कत
बिस्वास ने तर्क दिया कि वे अब टैंकरों के माध्यम से गैस लाकर कोलकाता को सीएनजी की आपूर्ति कर रहा हैं. हालांकि, उनका मानना है कि जब तक पाइपलाइन के जरिए शहर में गैस नहीं पहुंचती, तब तक बड़े पैमाने पर सीएनजी नेटवर्क का विस्तार करना मुश्किल होगा. उन्होंने कहा, "जब तक पाइपलाइन शहर के बाहरी इलाके में नहीं है, तब तक ग्रेटर कोलकाता में पांच साल में 130 सीएनजी स्टेशन बनाने के हमारे लक्ष्य को हासिल करना मुश्किल होगा."
HPCL का क्या है लक्ष्य
वहीं एचपीसीएल के जीएम (सीजीडी) संजय घोष ने कहा कि इस वित्त वर्ष के अंत तक हमारा अपने कमांड एरिया में अन्य 15 सीएनजी स्टेशनों के साथ आने का लक्ष्य है. वर्तमान में, पीएसयू तेल प्रमुख के पास 10 सीएनजी स्टेशन हैं. सीएनजी और सिटी गैस वितरण के लिए एचपीसीएल के अधिकृत क्षेत्रों में हावड़ा, हुगली, नदिया, उत्तर 24 परगना, दक्षिण 24 परगना, दार्जिलिंग, जलपाईगुड़ी और उत्तरी दिनाजपुर शामिल हैं.
इसके अलावा उसे अंतिम दौर की बोली में मालदा, दक्षिण दिनाजपुर, बीरभूम और मुर्शिदाबाद भी मिला है. इसके कमांड एरिया में अगले पांच-छह वर्षों में 400 सीएनजी स्टेशन स्थापित करने का लक्ष्य है. इसके अलावा एचपीसीएल ने विभिन्न जिलों में पीएनजी कनेक्शन का लक्ष्य भी रखा है. एचपीसीएल द्वारा अनुमानित कुल निवेश अगले कुछ वर्षों में 5,500 करोड़ रुपये से ज्यादा है.
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