Cars in Kolkata: कोलकाता में कारों की संख्या 8 लाख तक पहुंच गई है, जिससे शहर में कार घनत्व 432 प्रति किमी सड़क हो गया है. गौरतलब है कि कोलकाता में कुल सड़क की लंबाई 1,850 किमी है. अगर सभी हल्के मोटर वाहन (LMV) हैचबैक और बम्पर-टू-बम्पर लाइन में रहते हैं तो इनके एक दूसरे से टकराने की पूरी संभावना है क्योंकि समीकरण 1.6 किमी प्रति सड़क पर कारों कों ट्रांसलेट करता है. अब बड़ी सेडान और एसयूवी भी लाइन में आ जाए तो जगह की कमी और ज्यादा हो जाती है.
कारों की संख्या बढ़ने के बावजूद ट्रैफिक जाम की समस्या नहीं है
एकमात्र सेविंग ग्रेस यह है कि सड़कें सिंगल लेन नहीं हैं और सभी कारें एक ही समय में सड़क पर नहीं निकलती हैं. लेकिन बावजूद इसके, पार्क की गई कारें शहर में सड़क की चौड़ाई का लगभग एक तिहाई हिस्सा खा जाती हैं. जहां शहर में कारों की संख्या बढ़ रही है तो वहीं यहां अभी भी बड़ा ट्रैफिक जाम देखने हो नहीं मिला है. ये हैरान कर देने वाला है लेकिन कोलकाता की ट्रैफिक पुलिस के कुशल यातायात प्रबंधन की वजह से ही ऐसा संभव हो पाया है.
शहर में पार्किंग की जगह की डिमांड भी काफी बढ़ गई है
टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक एक ट्रैफिक पुलिस अधिकारी ने कहा कि चार पहिया वाहनों की संख्या में लगातार वृद्धि के साथ, शहर में पार्किंग की जगह की डिमांड भी काफी बढ़ गई है. पर्यावरण की दृष्टि से भी यह एकतरफा तस्वीर पेश करता है.बता दें कि निजी कारों और टैक्सियों में 10% से कम यात्री आते हैं और लगभग 90% कारें निजी वाहन हैं - उनमें से कई बहुत पुरानी हैं.
2021 में शहर के 5 आरटीओ में 100 कारों का रजिस्ट्रेशन हुआ
वहीं रिपोर्ट के मुताबिक परिवहन विभाग के यातायात और परिवहन योजना निदेशालय के एक अधिकारी ने कहा, "जब तक पुरानी कारों जिनमें से कई प्रदूषणकारी भी हैं को जब तक फेजवाइज तरीके से समाप्त नहीं किया जाएगा तब तक नई कारों को समायोजित करना मुश्किल हो जाएगा." 2021 में, कोलकाता शहर के पांच आरटीओ में रोज 100 कारों का रजिस्ट्रेशन हुआ. महामारी के दौरान कारों की संख्या में तेज वृद्धि हुई थी. मार्च 2020 और मई 2022 के बीच शहर के बेड़े में 78,102 कारें शामिल हुई.
कारों की बढ़ती संख्या को देखते हुए एलिवेटेड कॉरिडोर बनाए गए हैं
यातायात और परिवहन निदेशालय के पूर्व प्रमुख अजय दास ने कहा, ” पिछले दो दशकों में, शहर की सड़कों की लंबाई में शायद ही कोई वृद्धि हुई है. हमने एलिवेटेड कॉरिडोर बनाए हैं. एलिवेटेड कॉरिडोर मुख्य रूप से कार पॉपुलेशन के लिए हैं. इसलिए फ्लाईओवर और एलिवेटेड कॉरिडोर का निर्माण करके, हम भीड़भाड़ वाली सड़क की जगह पर सार्वजनिक परिवहन की कीमत पर कारों की तेज आवाजाही की सुविधा प्रदान कर रहे हैं. इस प्रकार, हम वास्तव में कारों को प्रोत्साहित कर रहे हैं और बस-प्रणाली को हतोत्साहित कर रहे हैं. दोपहिया वाहनों के पंजीकरण में भी महामारी के दौरान शहर में तेज वृद्धि देखी गई. एक मोटरसाइकिल सड़क पर थोड़ी जगह घेरती है, लेकिन सामूहिक रूप से, वे एक सड़क के काफी हिस्से पर कब्जा कर लेती हैं. क़मर ने कहा, "जब तक हम सार्वजनिक परिवहन के लिए शहर की सड़कों पर और बसें वापस नहीं लाते, तब तक हमारा भविष्य का सड़क परिदृश्य धूमिल लगता है."
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