Kolkata Dengue Update: कोलकाता महानगर में डेंगू (Dengue) के मामले बढ़ते जा रहे हैं. गौरतलब है कि एक सप्ताह में कोलकाता (Kolkata0 और साल्ट लेक (Salt Lake) क्षेत्र में डेंगू के कुल 128 मामले सामने आए हैं. वहीं बढ़ते मामलों ने सिविक अथॉरिटीज (Civic Authorities) के लिए खतरे की घंटी बजा दी है. वहीं सोमवार से निकाय अधिकारियों डेंगू विरोधी अभियान (Anti Dengue Campaign) भी चला रहे हैं. बता दें कि दर्ज किए गए डेंगू के नए मामलों में से, 80% कोलकाता के छह डेंगू-प्रॉन एरिया से सामने आए हैं.


डेंगू के मामलों में क्यों आया है उछाल
केएमसी स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी के मुताबिक दम दम-कोसीपोर बेल्ट, बुराबाजार, कॉलेज स्ट्रीट, बोबाजार, तलतला, रिपन स्ट्रीट, पार्क सर्कस, भवानीपुर, शरत बोस रोड, बालीगंज, चेतला, कालीघाट, टॉलीगंज, बांसड्रोनी और जादवपुर सहित कई क्षेत्रों में डेंगू से खतरा है. वहीं उन्होंने कहा कि बारिश के पैटर्न की वजह से डेंगू के मामलों में अचानक उछाल आया है. उन्होंने ये भी कहा कि हम पिछले दो हफ्तों के हमारे वार्ड-वार क्लीनिक द्वारा उपलब्ध कराए गए डेंगू डेटा से हैरान हैं. अगर ब्रिडिंग स्पॉट को नष्ट नहीं किया जाता  और नागरिक बारिश के पानी जमा होने से नहीं रोकते हैं तो मामले बढ़ सकते हैं.


KMC ने डेंगू विरोधी अभियान के लिए गठित की टीम
बता दें कि केएमसी यानी कोलकाता नगर निगम ने हेल्थ, सॉलिड वेस्टम मैनेजमेंट और बिल्डिंग डिपार्टमेंट के अधिकारियों की एक संयुक्त टीम का गठन किया है, जो सोमवार से सबसे अधिक प्रभावित दक्षिण कोलकाता क्षेत्रों में डेंगू विरोधी अभियान शुरू करेंगे. वे प्रजनन क्षेत्रों की पहचान करेंगे, उन्हें नष्ट करेंगे, कचरे के ढेर को साफ करेंगे, बंद परिसर में प्रवेश करेंगे और रुके हुए पानी की जांच करेंगे और उसे साफ करेंगे.


बीएमसी सोमवार से चलाएगी विशेष अभियान
वहीं बीएमसी स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि बिधाननगर में, बीएमसी वार्ड 10 से अधिकांश नए डेंगू के मामले सामने आए हैं. जिसमें बागुईआटी और आसपास के क्षेत्र और एई, बीई, सीई, बीएफ, सीएफ, ईसी और डीसी जैसे कुछ साल्ट लेक ब्लॉक शामिल हैं. इसी के साथ बता दें कि बीएमसी सोमवार से बाजार क्षेत्रों, कार्यालय भवनों और आवासीय परिसरों में भी मच्छरों के लार्वा के प्रजनन को रोकने के लिए अभियान चलाएगी. यह छतों पर रुके हुए पानी की जांच के लिए ड्रोन निगरानी भी कर रहा है. नगर निगम के अधिकारियों ने दावा किया कि कुछ भवन मालिक मच्छरों के लार्वा के प्रजनन की जांच के लिए स्वास्थ्य कर्मियों को अंदर नहीं जाने दे रहे थे. एक स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा, "हमारे स्वास्थ्य कार्यकर्ता उन इलाकों का दौरा कर रहे हैं जहां से डेंगू के मामले सामने आ रहे हैं लेकिन कई परिवार उन्हें अपने परिसर में प्रवेश नहीं करने दे रहे हैं."


इन सबके बीच बीएमसी मेयर कृष्णा चक्रवर्ती ने कहा, "हम जागरूकता अभियान चला रहे हैं और लोगों से अपने परिसर को साफ और स्थिर पानी से मुक्त रखने की अपील भी कर रहे हैं.”


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