अपना खुद का नैनो-उपग्रह लॉन्च करेगा कोलकाता का स्कूल, डिजाइनिंग और निर्माण प्रक्रिया का हिस्सा होंगे बच्चे
Kolkata School News: यह परियोजना भारत की आजादी के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में 'आजादी का अमृत महोत्सव' का एक हिस्सा है और इसकी निगरानी भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा की जाएगी.
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Kolkata News: कोलकाता का एक निजी स्कूल अपने छात्रों को अंतरिक्ष विज्ञान में लॉन्च करने के लिए अपना खुद का नैनो उपग्रह प्रक्षेपित करेगा. एमपी बिड़ला समूह के द साउथ प्वाइंट हाईस्कूल ने कारोबारी समूह की पूर्व अध्यक्ष प्रियंवदा बिड़ला की याद में अपने उपग्रह का नाम ‘प्रियंवदासैट’ रखने का फैसला किया है. प्रक्षेपण के लिए इंडियन टेक्नोलॉजी कांग्रेस एसोसिएशन (आईटीसीए) और स्कूल के बीच एक समझौते पर हस्ताक्षर हुए हैं.
'आजादी का अमृत महोत्सव' का एक हिस्सा है यह परियोजना
यह परियोजना भारत की आजादी के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में 'आजादी का अमृत महोत्सव' का एक हिस्सा है और इसकी निगरानी भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा की जाएगी. स्कूल की प्रबंध समिति के उपाध्यक्ष कृष्ण दमानी ने कहा कि 11वीं और 12वीं कक्षा के छात्र इस परियोजना से जुड़ेंगे, जिसके नौ महीने बाद शुरू होने की उम्मीद है. उन्होंने कहा कि साउथ प्वाइंट इस तरह की परियोजना शुरू करने वाला देश के दो स्कूलों में से एक और पूर्वी भारत में एकमात्र स्कूल है.
उपग्रह की डिजाइनिंग और निर्माण प्रक्रिया का हिस्सा होंगे बच्चे
दमानी ने कहा, 'यह नवाचार संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए विज्ञान आधारित शिक्षा और अनुभव आधारित शिक्षा पर अधिक जोर देना सुनिश्चित करेगा और अंतरिक्ष क्षेत्र और संबद्ध क्षेत्रों से छात्रों की भविष्य की पीढ़ी को रूबरू कराएगा.' उपग्रह को पृथ्वी की निचली कक्षा में भेजा जाएगा. दमानी ने कहा, 'हमारे बच्चों को लॉन्च किया जाएगा और वे उपग्रह की डिजाइनिंग और निर्माण प्रक्रिया का हिस्सा होंगे, जिसे इसरो द्वारा श्रीहरिकोटा से प्रक्षेपित किया जाएगा.'
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